बिलासपुर : कोल लेवी स्कैम मामले में जेल में बंद आईएएस रानू साहू की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई है. ईडी ने रानू साहू को इसी साल जुलाई में हिरासत में लिया था. तब से वह जेल में ही बंद है. ईडी की ओर से रानू साहू पर कथित कोयला घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया गया है. अब मामले की अगली सुनवाई 8 जनवरी को होगी. रानू साहू के वकील ने रानू साहू पर लगी धाराओं के मामले में कहा है कि जिन धाराओं के तहत उन्हें गिरफ्तार किया है. उसमें कोई सबूत नहीं मिला है.इस पर ईडी की ओर से कहा गया है कि अगली सुनवाई में वो नया तथ्य रखेंगे.
8 जनवरी को अगली सुनवाई : कोल लेवी स्कैम मामले में आईएएस अधिकारी रानू साहू को ईडी ने गिरफ्तार कर जेल में बंद किया था. निलंबित आईएएस अधिकारी रानू साहू ने अपने जमानत को लेकर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में याचिका लगाई है. याचिका में गुरुवार 14 दिसंबर को सुनवाई की तारीख तय की गई थी. कोर्ट ने मामले में सुनवाई की. जिसमें निलंबित आईएएस रानू साहू के वकील ने बिना तथ्य गिरफ्तार करने की बात कही. इसके बाद वकील ने क्लाइंट को जमानत देने की मांग की . वहीं ईडी के वकील ने जमानत का विरोध किया और नए तथ्य रखने की बात कही.अब जमानत याचिका पर सुनवाई 8 जनवरी को रखी गई है.
क्या है कोल लेवी स्कैम ? : छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय ने जांच के बाद 540 करोड़ रुपए के कोल लेवी स्कैम का खुलासा किया था. इसमें आइएएस रानू साहू के अलावा आइएएस समीर विश्नोई, सौम्या चौरसिया, जेडी माइनिंग एसएस नाग और कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को गिरफ्तार किया था. इसके अलावा कांग्रेस नेता और कुछ कारोबारी भी ईडी के जांच के दायरे में है. इन लोगों से पूछताछ की गई है और इनके घरों से ईडी ने कुछ दस्तावेज भी जब्त किया था.
पूरे मामले में 540 करोड़ रुपए का कोल स्कैम होना बताया गया है. पिछले साल 540 करोड़ के अवैध कोल परिवहन का ईडी ने केस दर्ज किया है. कोल परिवहन में प्रति टन 25 रुपए कमीशन वसूलने का आरोप भी है. आइएएस समीर विश्नोई, रानू साहू, खनिज अधिकारी शिव शंकर नाग, संदीप नायक, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल, लक्ष्मीकांत तिवारी, निखिल चंद्राकार, दीपेश टांक और राजेश चौधरी को गिरफ्तार किया था.