बिलासपुर: देश में शनिवार अर्थात 16 जनवरी से कोरोना के खिलाफ एक निर्णायक जंग की शुरुआत कर दी गई है. भारत में 16 जनवरी से सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई है. कोरोनाकाल में हेल्थ वर्कर्स ने कड़ी मेहनत की है. संक्रमण काल के दौरान कई कोरोना वॉरियर्स की जान भी गई है, लेकिन संक्रमण के दौर में स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंटलाइन में रहकार काम करने वाले पुलिसकर्मी, सफाई कर्मचारियों समेत कई लोगों के योगदान को कभी भी भूला नहीं जा सकता है.
बिलासपुर में जब पहला कोरोना का पहला टीका लगा तो स्वास्थ्यकर्मियों के साथ ही लाभार्थियों के चेहरे पर खुशी के भाव स्पष्ट दिख रहे थे. टीकाकरण महाभियान का शनिवार को पहला दिन मानों एक शुभसंकेत दे रहा था. पूरे देश से टीकाकरण की सकारात्मक तस्वीरें देखने को मिली. बिलासपुर में स्वास्थ्यकर्मियों को ही कोरोना का पहला टीका लगा है. ताकि लोगों को भी सकारात्मक संदेश दिया जा सके.
पढ़ें: छत्तीसगढ़: कोविड गाइडलाइन के साथ लगा कोरोना का पहला टीका
कोरोना वैक्सीन को लेकर उत्साह
शनिवार को टीकाकरण के पहले दिन टीका लगावाने आए लोगों में और टीकाकरण अभियान से जुड़े कर्मचारियों में उत्साह साफ नजर आ रहा था. बिलासपुर जिला अस्पताल में कार्यरत वार्ड बॉय ज्ञानू भोई को पहला टीका लगवाने का अवसर मिला. उन्होंने इस अवसर को सौभाग्य की संज्ञा दी है. उन्होंने ईटीवी भारत से चर्चा करते हुए कहा कि उन्हें उनकी मां से इजाजत मिली है. वो इस अवसर को गंवाना नहीं चाहते थे. पहले टीकाकरण के बाद ज्ञानू काफी कॉन्फिडेंस में दिखे. कुछ देर के ऑवज़र्वेशन के बाद उन्हें घर जाने की इजाज़त मिल गई.
सिविल सर्जन डॉ अनिल गुप्ता ने कराया टीकाकरण
कोरोना वैक्सीनेशन के पहले दिन सिविल सर्जन डॉ अनिल गुप्ता भी टीकाकरण का हिस्सा बने. उन्होंने भी शनिवार को कोरोना का टीका लगवाया. इस दौरान उन्होंने कहा कि "आई एम वेरी हैप्पी". उन्होंने लोगों से अपील की है कि किसी असमंजस में न रहें. अपने नंबर का इंतजार कर सभी टीकाकरण कराएं.
पढ़ें: टीकाकरण के पहले दिन छत्तीसगढ़ में 61 प्रतिशत लोगों ने लगवाया टीका
शनिवार को 60% लोगों का टीकाकरण
ETV भारत ने जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ मनोज सैमुअल से बात की. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि वैक्सीनेशन के पहले दिन रफ्तार थोड़ी कम है. लेकिन आने वाले दिनों में इसे धीरे-धीरे बढ़ा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आज जो कुछ भी हुआ वो सामूहिक भागीदारी से संभव हो पाया है. बिलासपुर जिले में लगभग 60 फीसदी का टारगेट पूरा किया गया है. हेल्थ जॉइंट डायरेक्टर डॉ मधुलिका सिंह ने ईटीवी भारत से कहा कि यह क्षण उनके लिए बहुत रोमांचित करने वाला क्षण है. खुशी भी हो रही है और कोरोना काल में कई अपनों को खोने का गम भी है.
बिलासपुर कोरोना वैक्सीनेशन के आंकड़ें :-
टीकाकरण केंद्र | शनिवार को टीकाकरण की संख्या | अस्पताल पहुंचने वाले लाभार्थियों की संख्या |
जिला अस्पताल | 57 | 59 |
सिम्स | 63 | 76 |
अपोलो | 72 | 83 |
दर्रीघाट | 56 | 60 |
मस्तूरी | 67 | 72 |
बिल्हा | 57 | 85 |
अलग-अलग केंद्रों में कुल 72 % चुने हुए लाभार्थी पहुंचे थे. जिसमें कई लाभार्थियों का फिलहाल स्वास्थ्यगत समस्याओं के कारण वैक्सीनेशन टाल दिया गया. कोरोना के दहशत को हमने जीवन के हर क्षेत्र में देखा है. कोरोना ने ना सिर्फ देश और दुनिया को बीमार किया, बल्कि अर्थव्यवस्था से लेकर तमाम व्यवस्थाओं पर भी कोरोना भी विपरीत प्रभाव डाला है. पूरे देश के लोग अब यह उम्मीद कर रहे हैं कि नए साल में टीकाकरण के इस महाअभियान के बाद तमाम व्यवस्था दोबारा सही हो सकेगी. बिना डर के जीवन जिया जा सकेगा.