बिलासपुर: छत्तीसगढ़ शासन की ओर से संचालित हेल्थ वेलनेस सेंटर सुविधाओं की मार झेल रहा है. हॉस्पिटल परिसर जंगल में तब्दील हो गया है, जहां मरीज कम जानवरों का जमावड़ा लगा रहता है, लेकिन शासन-प्रशासन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया है.
दरअसल, जिला मुख्यालय से महज 30 किमी दूर स्थित तखतपुर जनपद क्षेत्र का ग्राम दैजा की हालत बद से बद्तर है, जहां सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है. जिस हॉस्पिटल का निर्माण मरीजों के इलाज के लिए गया है, वहां जानवरों का जमावड़ा है. साथ ही बारिश के कारण परिसर में पानी घुस जाता है. जगह-जगह पानी भर जाता है.
आस-पास के क्षेत्र में अतिक्रमण
दैजा उपस्वास्थ्य केंद्र लगभग 4 एकड़ जमीन पर बना है. वर्तमान समय में ग्रामीण परिवार ने आस-पास के क्षेत्र में अतिक्रमण कर रखा है. केंद्र के सामने एक बड़ा गड्ढ़ा है, जिसमें पानी इकट्ठा हो रहा है, जो लोगों और सेंटर के लिए संकट बनता जा रहा है. बता दें कि केंद्र का भवन चारों ओर से खुला हुआ है, जिससे जानवर हॉस्पिटल परिसर में आ जाते हैं. वहीं जानवरों के कारण पौधे भी संरक्षित नहीं है.
टेक्निकल साधन और कर्मचारियों की कमी
केन्द्र में आधुनिक संसाधनों और टेक्निकल कर्मचारियों की कमी से मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है. मामले में तखतपुर बीएमओ एन गुप्ता से बातचीत करने की कोशिश की गई, लेकिन किसी कारण से संपर्क नहीं हो सका.