बिलासपुर: हल षष्ठी 4 और 5 सितंबर को मनाया जा रहा है. कई जगहों पर 4 सितंबर को मनाया गया है. वहीं, कुछ जगहों पर 5 सितंबर मंगलवार को मनाया जाएगा. इस बीच बाजार में पूजा के हर सामान की कीमत बढ़ी हुई है. सामानों की कीमत अधिक होने के बावजूद महिलाएं इस पूजन की सामग्री को खरीद रही हैं. बात अगर बिलासपुर की करें तो हर सामान यहां के बाजार में मंहगा है. चाहे भैंस का दूध, दही, घी, या फिर कोई और सामान हो. हर सामान की कीमत आसमान छू रही है.
हल षष्ठी व्रत क्यों है महत्वपूर्ण ?: हल षष्ठी व्रत महत्वपूर्ण व्रतों में से एक माना जाता है. भादो माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को हर मां अपने संतान के सुखों के लिए और लंबी उम्र के लिए इस व्रत को रखती है. खास बात यह है कि इस पूजन में बिना हल जोते उगने वाले पशहर चावल, 6 तरह की भाजी, महुआ, लाई का भोग लगाकर महिलाएं व्रत का पारण करती हैं. इस व्रत में भैंस के दूध, दही, घी से पूजन की जाती है. हल षष्ठी के दिन माताएं अपने बेटे के लिए व्रत रखती हैं. कुंड बनाकर पूजा सामग्री रखने के बाद इसकी पूजा की जाती है. इसके बाद बेटे के पीठ पर हल्दी के हाथ से छाप लगाए जाते हैं. फिर उपवास तोड़ा जाता है. उपवास तोड़ने के लिए पशहर चावल से बनी खिचड़ी और 6 तरह की भाजी का उपयोग किया जाता है.
पूजा सामान की कीमत में बढ़ोतरी: बिलासपुर के बाजारों में हल षष्ठी पूजा के लिए सामानों की खरीदी हो रही है. हर सामान के कीमत में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. साल में एक दिन की पूजा और भोग के लिए उपयोग आने वाला पशहर चावल 170 रुपए किलो बिक रहा है. जबकि भैंस का दूध, दही, घी की कीमत आसमान छू रही है. पूजा में उपयोग किए जाने वाले सामग्री में शक्कर से बने दीये, मिट्टी का दीया, महुआ, लाई, चना, भाजी, महुआ दातुन की कीमतें भी आसमान छू रही है.
इस बार पूजा की सामग्री काफी महंगी हो गई है. महंगाई ने त्योहारों को महंगा कर दिया है. मध्यमवर्गीय परिवारों को त्यौहार मनाने के लिए भी सोचना पड़ता है. कमाई कम और महंगाई ज्यादा होने की वजह से दिक्कतें तो होती है, लेकिन पुत्र की दीर्घायु की कामना करने वाला यह पर्व है, इसलिए महंगे दामों में भी सामान खरीदना पड़ रहा है. -नीता कर्निवाल, ग्राहक
बिलासपुर के बाजारों में पूजा के समानों की कीमत: हल षष्ठी व्रत के दिन किए जाने वाले पूजा में पूजन सामग्री के साथ भैंस का दूध, दही और घी का उपयोग होता है. बिलासपुर के बाजारों में भैंस का घी एक हजार रुपए किलो तक बिक रहा है. भैंस के दूध का दही सौ रुपए किलो है. भैंस का दूध साठ रुपए लीटर बिक रहा है.पसहर चावल की बात करें तो 170 रू किलो बाजार में बिक रहा है. मिट्टी का दिया 20 से 25 रुपए दर्जन, शक्कर की चकिया 40 रू पाव, महुआ के पत्ते, महुआ का दातुन भी ऊंची कीमतों पर बिक रहा है.