बिलासपुर: देश में दुष्कर्म का मामले रुकने का नाम नहीं ले रहा है. हैदराबाद के बाद छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक ऐसी ही वारदात सामने आई है. 16 साल की दिव्यांग नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म किया गया है. दरिदों ने युवती के साथ हैवानियत की सारी हदें पार की. डॉक्टर ने बताया कि पीड़िता के निजी अंगों में चोट है.
हिरासत में दोनों आरोपी
बिलासपुर के गौरेला थाना क्षेत्र में एक श्रवण बाधित दिव्यांग से सामूहिक दुष्कर्म किया गया है. आरोपी नाबालिग के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए थे. दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. फिलहाल नाबालिग को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पीड़िता को सुनने में दिक्कत होने के कारण पुलिस को जांच में परेशानी हो रही है, हालांकि पुलिस मूकबधिर विशेषज्ञ को बुलाकर आगे की कार्रवाई में जुटी है.
मवेशी चराने गई थी नाबालिग
बताया जा रहा है, गौरेला थाना क्षेत्र में एक 16 साल की दिव्यांग मवेशी चराने जंगल गई थी. जहां नबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म को अंजाम दिया गया है. मामले में गांव के ही दो युवकों पर दुष्कर्म का आरोप है. बताया जा रहा है, राम सिंह मरकाम और मनोज वाकई मवेशी चराने गई नाबालिग को जंगल के अंदर कुछ दूर ले जाकर बारी-बारी से दुष्कर्म किया.
पीड़िता को जंगल में ही छोड़कर भागे दरिंदे
वारदात के बाद नबालिग को बेहोशी की हालत में जंगल में ही छोड़ दोनों आरोपी फरार हो गए. काफी देर तक युवती के नहीं लौटने के बाद जब परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की तो, नाबालिग जंगल में अचेत अवस्था में पड़ी हुई थी. जिसके बाद गांव वालों की मदद से नबालिग को गौरेला के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अस्पताल में होश में आने के बाद नाबालिग ने पूरी घटना के बारे में परिजनों को बताया. इसकी सूचना पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़िता और उसके परिजनों के मुताबिक बताए गए दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया है. पुलिस मौके पर जाकर साक्ष्य जुटा रही है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.