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छत्तीसगढ़ में शराबबंदी के लिए धरने पर बैठे बिलासपुर के गांधीजी - बिलासपुर के गांधीजी का अनोखा प्रदर्शन

बिलासपुर का एक युवक पिछले 2 सालों से छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी की मांग कर रहा है. लेकिन मांग पूरी नहीं होने पर अब यह युवक महात्मा गांधी की वेशभूषा में आंदोलन (Gandhiji of Bilaspur is agitating for complete alcoholism ) कर रहा है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट...

Unique protest of Gandhiji of Bilaspur
बिलासपुर के गांधीजी का अनोखा प्रदर्शन
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Published : Mar 18, 2022, 6:42 PM IST

बिलासपुर: बिलासपुर के यदुनंदन नगर में रहने वाले संजय आयल सिंघानी शराबबंदी की मांग को लेकर एक अनोखा प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग कर रहे संजय शहर के नेहरू चौक में धरना स्थल पर बैठकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. खास बात यह है कि वह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की वेशभूषा धारण कर आंदोलन कर रहे हैं. संजय गांधी जी की तरह चश्मा, धोती, हाथों में लाठी और बदन में एक कपड़ा लपेटे हुए बैठे हैं. संजय कलेक्ट्रेट के सामने धरना स्थल पर बैठे हैं. इस स्थान पर रोजाना जिले सहित संभाग के आलाधिकारी अपने कार्यालय जाते हैं. धरने पर बैठे संजय को 15 दिन से भी ज्यादा का समय हो गया है. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान शराबबंदी की मांग कर रहे संजय आयल सिंघानी ने बताया कि वह राज्य सरकार से पिछले 2 साल से प्रदेश में पूर्ण शराब बंदी की मांग कर रहा है. लेकिन राज्य सरकार उसकी मांग को दरकिनार कर रही है.

शराबबंदी के लिए धरने पर बैठे बिलासपुर के गांधीजी

दो साल पहले मुख्यमंत्री से हुई थी मुलाकात

पूर्ण शराबबंदी की मांग कर रहे संजय ने बताया कि उसने 2 साल पहले भी धरना आंदोलन शुरू किया था. उसने भूख हड़ताल भी किया था. उस समय प्रदेश के पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव के भाई अजय श्रीवास्तव ने उनकी भूख हड़ताल समाप्त करवाई थी. उन्होंने संजय की मुलाकात रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से करवाई थी. संजय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलकर उनसे पूर्ण शराबबंदी की अपनी मांग रखी थी. तब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें आश्वासन दिया था कि वो शराबबंदी की रूपरेखा तैयार करने के बाद सारी व्यवस्था कर पूर्ण शराबबंदी की घोषणा करेंगे. संजय इसी वादे को याद दिलाने के लिए फिर आंदोलन कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें: Dantewada Phagun Madai 2022: दंतेश्वरी मंदिर में ताड़ के पत्तों से होलिका दहन, इसी राख से होली खेलती हैं मां

बिलासपुर से रायपुर तक दो बार कर चुके हैं पैदल यात्रा

महात्मा गांधी की वेशभूषा धारण कर संजय बिलासपुर से रायपुर तक दो बार पैदल यात्रा कर चुके हैं. बिलासपुर से रायपुर के बीच उन्हें जनता का पूरा सहयोग भी मिला है. वह लगातार पूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर आम लोगों से भी मिलते रहते हैं. लोग अब संजय को बिलासपुर के गांधीजी भी कहने लगे हैं.

शराब से समाज और घर दोनों होते है बर्बाद

संजय आयल सिंघानी ने बताया कि उनके आंदोलन के पीछे का मुख्य कारण है कि शराब पीने से जहां व्यक्ति खुद मौत के मुंह तक पहुंचता है, वहीं उसका घर भी बर्बाद हो जाता है. शराब की वजह से समाज भी बर्बाद हो जाता है. युवक नशे की लत में कई गंभीर अपराधों को अंजाम देते हैं. उनका भविष्य भी खराब होता है. सरकार पूर्ण शराबबंदी कर दे तो छत्तीसगढ़ पूरे देश में ऐसा प्रदेश होगा, जहां के लोग संपन्न और सुखी होंगे.

बिलासपुर: बिलासपुर के यदुनंदन नगर में रहने वाले संजय आयल सिंघानी शराबबंदी की मांग को लेकर एक अनोखा प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग कर रहे संजय शहर के नेहरू चौक में धरना स्थल पर बैठकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. खास बात यह है कि वह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की वेशभूषा धारण कर आंदोलन कर रहे हैं. संजय गांधी जी की तरह चश्मा, धोती, हाथों में लाठी और बदन में एक कपड़ा लपेटे हुए बैठे हैं. संजय कलेक्ट्रेट के सामने धरना स्थल पर बैठे हैं. इस स्थान पर रोजाना जिले सहित संभाग के आलाधिकारी अपने कार्यालय जाते हैं. धरने पर बैठे संजय को 15 दिन से भी ज्यादा का समय हो गया है. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान शराबबंदी की मांग कर रहे संजय आयल सिंघानी ने बताया कि वह राज्य सरकार से पिछले 2 साल से प्रदेश में पूर्ण शराब बंदी की मांग कर रहा है. लेकिन राज्य सरकार उसकी मांग को दरकिनार कर रही है.

शराबबंदी के लिए धरने पर बैठे बिलासपुर के गांधीजी

दो साल पहले मुख्यमंत्री से हुई थी मुलाकात

पूर्ण शराबबंदी की मांग कर रहे संजय ने बताया कि उसने 2 साल पहले भी धरना आंदोलन शुरू किया था. उसने भूख हड़ताल भी किया था. उस समय प्रदेश के पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव के भाई अजय श्रीवास्तव ने उनकी भूख हड़ताल समाप्त करवाई थी. उन्होंने संजय की मुलाकात रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से करवाई थी. संजय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलकर उनसे पूर्ण शराबबंदी की अपनी मांग रखी थी. तब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें आश्वासन दिया था कि वो शराबबंदी की रूपरेखा तैयार करने के बाद सारी व्यवस्था कर पूर्ण शराबबंदी की घोषणा करेंगे. संजय इसी वादे को याद दिलाने के लिए फिर आंदोलन कर रहे हैं.

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बिलासपुर से रायपुर तक दो बार कर चुके हैं पैदल यात्रा

महात्मा गांधी की वेशभूषा धारण कर संजय बिलासपुर से रायपुर तक दो बार पैदल यात्रा कर चुके हैं. बिलासपुर से रायपुर के बीच उन्हें जनता का पूरा सहयोग भी मिला है. वह लगातार पूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर आम लोगों से भी मिलते रहते हैं. लोग अब संजय को बिलासपुर के गांधीजी भी कहने लगे हैं.

शराब से समाज और घर दोनों होते है बर्बाद

संजय आयल सिंघानी ने बताया कि उनके आंदोलन के पीछे का मुख्य कारण है कि शराब पीने से जहां व्यक्ति खुद मौत के मुंह तक पहुंचता है, वहीं उसका घर भी बर्बाद हो जाता है. शराब की वजह से समाज भी बर्बाद हो जाता है. युवक नशे की लत में कई गंभीर अपराधों को अंजाम देते हैं. उनका भविष्य भी खराब होता है. सरकार पूर्ण शराबबंदी कर दे तो छत्तीसगढ़ पूरे देश में ऐसा प्रदेश होगा, जहां के लोग संपन्न और सुखी होंगे.

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