बिलासपुर: दिल्ली यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. जिले में 4 लोगों से 82 लाख रुपये की ठगी हुई है. पीड़ितों की शिकायत पर कोनी पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
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यह पैसे अभिभावकों ने अपने बच्चों को मेडिकल सीट दिलवाने के नाम पर दिए थे. कोनी थाना क्षेत्र निवासी रमेश साहू ने कोनी थाने में 22 लाख रुपये ठगी करने की शिकायत दर्ज कराई है. भाई तरुण साहू 2 साल पहले मेडिकल कॉलेज में अपनी बच्ची के दाखिला के बारे में जानकारी लेने दिल्ली गए थे. उनके साथ रायगढ़ निवासी दीपक शर्मा भी थे. वहां दोनों की मुलाकात अरविंद सिंह से हुई. अरविंद ने खुद को जज का भाई बताया और उन्हें दो डॉक्टरों से मिलवाया. अरविंद ने उन्हें मेडिकल कॉलेज में उनकी बच्ची का एडमिशन कराने का झांसा दिया.
आरोपी युवक ने खुद को बताया जज का भाई
अरविंद सिंह ने खुद को जज का भाई बताया. इसके बाद उन्हें डॉक्टर रामाणी और दीपक चक्रवर्ती से मिलवाते हुए सरकारी नियमों के मुताबिक दिल्ली यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने की बात कही. शुरुआत में तरुण साहू ने 34 लाख, तो दीपक शर्मा ने साढ़े तीन लाख दिए.
दिल्ली में एडमिशन दिलाने के नाम पर ठगी
इसके साथ ही पीड़ितों के एक संबंधी भागवत वर्मा ने भी अपने बच्चे के एडमिशन के लिए 15 लाख उनके खाते में जमा करा दिए. इस तरह धीरे धीरे करके एडमिशन के नाम पर इन लोगों से आरोपियों ने कुल 82 लाख रुपये ले लिए. लेकिन इनके बच्चों को दिल्ली में एडमिशन नहीं करवाया. तब जाकर पीड़ितों ने बिलासपुर थाने में दीपक चटर्जी और डॉक्टर रामाणी के खिलाफ अपराध दर्ज कराया है.
बिलासपुर थाने में शिकायत दर्ज
बिलासपुर थाने में दीपक चटर्जी और डॉक्टर रामाणी के खिलाफ अपराध दर्ज कराया है. पुलिस ने अपराध दर्ज कर मामले में तफ्तीश शुरू कर दी है. अब देखना होगा कि इस मामले में कब तक आरोपियों की गिरफ्तारी हो पाती है.