बिलासपुर: कानन पेंडारी जू की टीम ने चार महीने बाद भुवनेश्वर से दो मादा हिप्पोपोटामस को लेकर कानन जू में सफलता पूर्वक पहुंचाया. दोनों मादा हिप्पोपोटामस को लाकर एक अलग बाड़े में एक महीने के लिए क्वारेंटाइन कर रखा गया है.
हिप्पो देखने के लिए पर्यटकों में उत्साह
कुछ महीने पहले एक हिप्पोपोटामस और शेर की मौत होने के कारण कानन जू में वन्यजीवों की कमी देखने को मिल रही थी. जिसे देखते हुए वनमंडलाधिकारी के निर्देश पर भुवनेश्वर से दो हिप्पोपोटामस लाने की पहल की गई. इस पहल के बाद एक बार फिर कानन जू में अलग-अलग वन्यजीव नजर आएंगे. दो मादा हिप्पोपोटामस के आने से जू में आने वाले पर्यटकों का उत्साह देखने को मिल रहा है.
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जल्द करेंगे दो मादा हिप्पोपोटामस का नामकरण
कानन जू की टीम ने 600 किलोमीटर की दूरी तय कर सुरक्षित दो मादा हिप्पोपोटामस को जू में पहुंचाया है. जिसमें एक की उम्र तीन साल और दूसरे की पांच साल है. दोनों मादा हिप्पोपोटमस का जल्दी ही नामकरण किया जाना है.