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बिलासपुर: गोवंशों की मौत पर विपक्ष ने सरकार को घेरा, कहा-जमीन पर फेल है भूपेश सरकार

छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही गौवंशों की मौत को लेकर एक बार फिर बवाल मच गया है. मस्तूरी विधायक कृष्णमूर्ति बांधी ने सरकार की नरवा, गुरवा, घुरवा अउ बारी के तहत बने गौठानों पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि गोवंशों की हत्या का पाप सीधे तौर पर सरकार के ऊपर आएगा.

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Published : Aug 13, 2020, 1:31 AM IST

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मस्तूरी के मढ़ई में चार गोवंश की मौत

बिलासपुर: तखतपुर के मेढ़पार में 47 गोवंशों की मौत के बाद अब मस्तूरी के मढ़ई में चार गोवंश की मौत हो गई है. यहां भी आधा दर्जन गोवंशों को नियम विपरीत प्राथमिक शाला स्कूल के अतिरिक्त भवन में बंद करके रखा गया था. बताया जा रहा है कि गांव में गौठान होने के बावजूद गोवंशों को स्कूल भवन के बंद कमरे में रखा गया था.

गौवंशों की मौत को लेकर एक बार फिर बवाल मच गया है

जानकारी के मुताबिक गोवंशों की मौत के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है. बंद कमरे में रखने और चारा-पानी नहीं मिलने के कारण मौत की आशंका जताई जा रही है.मामले की सूचना के बाद प्रशासन की टीम ने जांच शुरू कर दिया है. इधर गोवंश की लगातार हो रही मौतों को लेकर मस्तूरी विधायक कृष्णमूर्ति बांधी ने सरकार की नरवा, गुरवा, घुरवा अउ बारी के तहत बने गौठानों पर सवाल खड़े किए हैं.

गोवंश मौत मामले में अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने की कार्रवाई की मांग, चौथे दिन प्रदर्शन जारी

एकबार फिर 4 गोवंशों ने तोड़ा दम

विधायक बांधी ने कहा कि गोवंश की जिस तरह लगातार मौत हो रही है, उससे योजना के क्रियान्वयन के साथ -साथ गौठानों की व्यवस्था, निर्माण, प्रशासन की देखरेख पर सवाल खड़े हो रहे हैं. सरकार ने बिना किसी प्लानिंग के केवल भावनात्मक लाभ लेने के लिए गोधन न्याय योजना लागू कर दी है. जमीनी स्तर पर योजना फेल है. प्रशासन निष्क्रिय है. आगे बांधी ने कहा कि, जिस तरह गोवंश की मौत हो रही है, इससे गोवंशों की हत्या का पाप सीधे तौर पर सरकार के ऊपर आएगा. गौरतलब है कि, 15 दिन पहले ही 47 गोवंश की मौत हुई थी, जिसके बाद एकबार फिर 4 गोवंश ने दम तोड़ा है.

बिलासपुर: तखतपुर के मेढ़पार में 47 गोवंशों की मौत के बाद अब मस्तूरी के मढ़ई में चार गोवंश की मौत हो गई है. यहां भी आधा दर्जन गोवंशों को नियम विपरीत प्राथमिक शाला स्कूल के अतिरिक्त भवन में बंद करके रखा गया था. बताया जा रहा है कि गांव में गौठान होने के बावजूद गोवंशों को स्कूल भवन के बंद कमरे में रखा गया था.

गौवंशों की मौत को लेकर एक बार फिर बवाल मच गया है

जानकारी के मुताबिक गोवंशों की मौत के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है. बंद कमरे में रखने और चारा-पानी नहीं मिलने के कारण मौत की आशंका जताई जा रही है.मामले की सूचना के बाद प्रशासन की टीम ने जांच शुरू कर दिया है. इधर गोवंश की लगातार हो रही मौतों को लेकर मस्तूरी विधायक कृष्णमूर्ति बांधी ने सरकार की नरवा, गुरवा, घुरवा अउ बारी के तहत बने गौठानों पर सवाल खड़े किए हैं.

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एकबार फिर 4 गोवंशों ने तोड़ा दम

विधायक बांधी ने कहा कि गोवंश की जिस तरह लगातार मौत हो रही है, उससे योजना के क्रियान्वयन के साथ -साथ गौठानों की व्यवस्था, निर्माण, प्रशासन की देखरेख पर सवाल खड़े हो रहे हैं. सरकार ने बिना किसी प्लानिंग के केवल भावनात्मक लाभ लेने के लिए गोधन न्याय योजना लागू कर दी है. जमीनी स्तर पर योजना फेल है. प्रशासन निष्क्रिय है. आगे बांधी ने कहा कि, जिस तरह गोवंश की मौत हो रही है, इससे गोवंशों की हत्या का पाप सीधे तौर पर सरकार के ऊपर आएगा. गौरतलब है कि, 15 दिन पहले ही 47 गोवंश की मौत हुई थी, जिसके बाद एकबार फिर 4 गोवंश ने दम तोड़ा है.

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