बिलासपुर: मस्तूरी थाना क्षेत्र में अपहरण का मामला सामने आया है. प्रार्थी रमेश वस्त्रकार ने 13 अगस्त को मस्तूरी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में प्रार्थी ने अपने बेटे आशीष वस्त्रकार को अपहरण करना बताया था, जिसमें रमेश अनुराग तिवारी और उसके कुछ अन्य दोस्तों पर बेटे को भानेसर से अगवा करने का आरोप लगाया है. अपहरण कर मारपीट किए जाने की सूचना पर मस्तूरी पुलिस ने तत्काल अपराध दर्ज कर मामले की तफ्तीश में जुटी गई थी. पुलिस ने चार अपहरण और मारपीट करने के आरोप में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
जानकारी के मुताबिक मस्तूरी पुलिस ने पूरे मामले की सूचना अपने उच्च अधिकारियों को दी, जिसके बाद बिलासपुर पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने तुरंत एक जांच टीम गठित करने कर आरोपियों की पतासाजी के निर्देश दिए. उप पुलिस अधीक्षक निमिषा पांडेय और मस्तूरी थाना प्रभारी फैजुल शाह के नेतृत्व में दो टीम बनाई गई. पुलिस की दोनों टीम आरोपियों की पतासाजी में जुट गई. इसी बीच पुलिस का दबाव बढ़ता देख आरोपी अगवा किए गए युवक को गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी कोनी के पास छोड़कर भाग निकले.
साइबर सेल की टीम को किया गया सक्रिया
पुलिस ने अपहरण युवक को सकुशल बरामद कर प्राथमिक इलाज के लिए मुलाहिजा कराकर सिम्स में भर्ती कराया गया. युवक से बातचीत करने के बाद यह स्पष्ट हो गया था कि आरोपी अनुराग तिवारी के अलावा उसके तीन अन्य साथी भी हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी. इसी बीच साइबर सेल की टीम को भी सक्रिय किया गया.
चारों आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
इस दौरान सरकंडा इलाके से अनुराग तिवारी, अनिल कुमार, शुभम यादव और तिलक जायसवाल को हिरासत में लिया गया. पूछताछ पर मुख्य आरोपी अनुराग तिवारी ने बताया कि पीड़ित युवक आशीष वस्त्रकार अनावश्यक रूप से उसके परिवार के साथ विवाद करता था. 2 साल पहले पीड़ित युवक को बैठक कर समझाइश दी गई थी. इसके बाद भी विवाद करना नहीं छोड़ा. इसलिए उसे अगवा कर मारपीट किया गया. साथ ही आशीष को घटना के संबंध में किसी को नहीं बताने की धमकी देकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी के गेट पर छोड़कर भाग निकले थे. पुलिस ने आरोपियों के पास दो बाइक जब्त की है. साथ ही चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.