बिलासपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मंगलवार को प्रेसवार्ता कर राज्य सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक ने बताया कि "राज्य सरकार के संरक्षण और अधिकारियों के नाक के नीचे छत्तीसगढ़ के आरंग के चिखली और हरदीडीह रेत खदान से रोजाना अवैध रेत उत्खनन हो रहा है. इससे राज्य सरकार को रोजाना 50 लाख रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है. यदि दो रेत घाट से ही 50 लाख रुपए की राजस्व का नुकसान हो रहा है तो पूरे प्रदेश से करोड़ों, अरबों रुपए के राजस्व को क्षति पहुंचाई जा रही है."
कार्रवाई की बजाय संरक्षण देने का आरोप: धरमलाल कौशिक ने रसूखदार और सरकार के करीबियों पर अवैध उत्खनन कराने का आरोप लगाया. कहा "प्रदेश के विकास के लिए आने वाले पैसों को कुछ लोग आपस में बंदरबांट कर रहे हैं, जिससे राज्य का विकास पिछड़ रहा है. सरकार इस पर कोई कार्रवाई करने की बजाय इन्हें संरक्षण दे रही है.
इसलिए बढ़ गई है अवैध रेत उत्खनन करने वालों की हिम्मत: पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि "राज्य सरकार खुद भी इस मामले में ध्यान नहीं दे रही है और अवैध उत्खनन करने वालों की हिम्मत बढ़ी हुई है. कृषि कार्य में लगे ट्रैक्टर को अवैध रेत उत्खनन करने की बात करते हुए विभाग पकड़ कर कार्रवाई रही है, लेकिन दिन अवैध उत्खनन कार्य में लगे बड़े ट्रकों को नहीं पकड़ा जा रहा है."
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राजस्व चोरी रोकने में सरकार नाकाम: पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि "पूरे प्रदेश में अवैध रेत उत्खनन से सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व की हानि हो रही है. जहां एक तरफ प्रदेश कर्जे में जा रहा है वहीं दूसरी तरफ राजस्व की चोरी रोकने में सरकार नाकाम है. इसकी वजह से आने वाले समय में प्रदेश विकास को तरस जाएगा और जनता कांग्रेस को सबक सिखाएगी."
चुनावी साल में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. धरमलाल कौशिक ने सरकार के संरक्षण में अवैध खनन का काम होने और इसे रोकने की बजाए प्रोत्साहित करने का आरोप लगाया है. अब देखना होगा कि अवैध रेत उत्खनन करने वालों पर कार्रवाई होती है या धरमलाल कौशिक के बयान को राजनीतिक मानकार सरकार नजरअंदाज करेगी.