बिलासपुर : प्रशासन की ओर से बाढ़ और ज्यादा बारिश से बचाव के लिए जिला स्तर पर बिलासपुर जिला कार्यालय के कक्ष क्रमांक- 25 में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जिसका फोन नंबर 07752-251000 है. इसके साथ ही जिले के राहत शाखा प्रभारी मनोज केसरिया को बाढ़ नियंत्रण कक्ष का नोडल अधिकारी बनाया गया है. बता दें कि नोडल अधिकारी का मोबाइल नंबर 94242-28958 सार्वजनिक किया गया है.
सहायक अधीक्षक भूअभिलेख दुष्यंत कीर्तिमान कौशले बाढ़ नियंत्रण कक्ष के प्रभारी बनाए गए हैं, जिनका मोबाइल नंबर 97536-46986 है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष में बाढ़ या अतिवृष्टि से नुकसान संबंधित सूचना भी दी जा सकती है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष 24 घंटे कार्य करेगा, जिसके लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है. रोजाना सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक राजेश तम्बोली,राघेवन्द्र कुमार दुबे,अशोक यादव और गौरीशंकर दुबे कक्ष में उपस्थित रहेंगे. इसी तरह रोजाना दोपहर 2 से रात 10 बजे तक R.A.द्विवेदी और उमाशंकर तिवारी ड्यूटी करेंगे. रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक भी 12 से ज्यादा कर्मचारी किसी भी आपात स्थिति से बचने के लिए अपनी ड्यूटी पर तैनात रहेंगे.
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बता दें कि छत्तीसगढ़ में बीते 15 दिनों से लगातार झमाझम बारिश हो रही है, जिससे ग्रामीण अंचल के नदी-नाले उफान पर हैं. कई इलाकों में बाढ़ का पानी घरों में घुस गया है. इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक बुधवार सुबह से ही लगातार बारिश हो रही है. जिससे ग्रामीण अंचल के नदी-नाले, नहर और खेत लबालब भरे हुए हैं.
कई जगह पर रेड, येलो और ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने शुक्रवार को 48 घंटे के लिए रेड, येलो और ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है. निम्न दबाव से झारखंड के दक्षिण पश्चिम भाग में स्थित है. इसके साथ ही उपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा 7.6 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है. मानसून द्रोणिका बहराइच, वाराणसी से होते हुए दीघा और उसके बाद पूर्व दिशा की ओर उत्तर बंगाल की खाड़ी तक स्थित है. इस सिस्टम के बनने से छत्तीसगढ़ के कई जिलों में फिर एक बार मानसून की झड़ी लग गई है.
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छत्तीसगढ़ के कई जिलों में भारी बारिश के साथ बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. जिसके कारण निचले इलाकों में रहने वालों का हाल बेहाल हो गया है. बारिश अब लोगों के लिए मुसीबत बन चुकी है. पहले ही कोरोना संकट को लेकर लोग परेशान थे, अब बारिश ने भी सब खराब कर रखा है.