बिलासपुर : समाज में इस समय महिलाओ में बांझपन और बच्चे नहीं होने की समस्या से जूझते लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. समस्या में कई बार परिवार टूटने लगता है. पति पत्नी सहित ससुराल वालों से दूरियां बढ़ने लगी है. जिसमें तलाक तक की नौबत आ जाती है. महिलाओं में बढ़ते बांझपन की समस्या कम उम्र की महिलाओं को भी अपना शिकार बना रही है. इन सभी विषयों पर डॉक्टर प्रकृति वर्मा से हमने बात की है.
सवाल: बांझपन क्या होता है.
जवाब: किसी पुरुष या महिलाओं को बच्चे की प्राप्ति नहीं होती और लंबे समय तक बच्चे का पेट में नहीं आना एक तरह से बांझपन कहलाता है. महिलाओं के बच्चेदानी में अंडाशय नहीं बनना या अंडाशय बनना तो कमजोर अंडाशय होना. इसी तरह पुरुष के शुक्राणु भी नहीं बनना. शुक्राणु कमजोर होना, जो भ्रूण न बना सके. शुक्राणु बनना लेकिन बाहर नहीं आना यह भी एक तरह से बांझपन कहलाता है. महिला और पुरुष दोनों में ही समान लक्षण होते हैं. यह जरूरी नहीं है कि केवल महिलाओं में ही बांझपन होता है, बल्कि पुरुष भी बांझपन के शिकार होते हैं. इसलिए दोनों को ही इस समस्या के लिए चिकित्सक की सलाह लेना आवश्यक होता है.
सवाल: बांझपन की मुख्य वजह क्या है.
जवाब: बांझपन की मुख्य वजह मासिक धर्म की अनियमितता, बच्चेदानी में गांठ, दीवार या टीबी होना. महिला, पुरुष का अधिक उम्र होना, टयूब का बंद होना, पुरुष के वीर्य में शुक्राणुओं की मात्रा कम या नील होना, बार-बार गर्भपात, महिला के अंडाशय में अंडों का न बनना या अंडाशय में कोई सिस्ट होना या पानी भरा होना होता है.
सवाल: बांझपन क्यों होता है.
जवाब: आम तौर पर एक लड़की को 12 से 14 वर्ष की आयु में ही मासिक धर्म शुरू हो जाता है. आधुनिक खानपान, रहन सहन के तरीकों के कारण महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन, टेस्टोस्टेरोन, फोलिकल स्टिमुलेटिंग हार्मोन, स्टिमुलेटिंग हार्मोन, प्रोलेक्टिंग हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है, इससे अनियमित मासिक धर्म की समस्या हो जाती है. ऐसी स्थिति में महिला गर्भधारण करने में सक्षम नहीं हो पाती है.
सवाल: बांझपन होने से पहले ही बचाओ के लिए किन बातों का ख्याल रखें.
जवाब: बांझपन ना हो इन बातों का युवतियों और महिलाओं को खास ख्याल रखना चाहिए. बांझपन होने से पहले महिलाओं को कुछ बातों को नियम के तौर पर अपनाना चाहिए. जैसे जंक फूड ना खाएं. अनियमित खान पान ना करें. रात में अच्छी नींद लेना चाहिए, क्योंकि अच्छी नींद नहीं होने से चिड़चिड़ापन होता है. पेट भर खाना नहीं खाते और बाहर के जंक फूड पिज्जा, बर्गर और अन्य चीजों को खाने से मोटापा बढ़ता है. मोटापा की वजह से मासिक धर्म नियमित रूप से नहीं आता और यह समस्या आगे चलकर बांझपन में बदल जाती है.
सवाल: बांझपन से बचाव के लिए क्या खाना चाहिए.
जवाब: बांझपन की समस्या से बचने के लिए अच्छे खान-पान की आवश्यकता है. कोशिश करें कि हेल्दी फूड खाना चाहिए. ज्यादातर शाकाहारी भोजन करना चाहिए. इस समय मांसाहार के साथ जंक फूड खाने का फैशन बना हुआ है. यही कारण है कि लोग इन्हें ज्यादा पसंद करते हैं. हरी सब्जी यदि ऑर्गेनिक रूप से तैयार की गई हो तो उसे खाने से फायदा होता है. इस समय हरी सब्जी और फलों में पेस्ट्री साइट के माध्यम से उन्हें उत्पादित किया जाता है. ऐसे केमिकल शरीर को काफी नुकसान पहुंचाते हैं. इसलिए ऑर्गेनिक फार्म से खरीदें सब्जी ही खाना चाहिए.
सवाल: बांझपन हो जाए तो क्या करना चाहिए.
जवाब: महिला और पुरुष दोनों में ही बांझपन होता है. ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है. चिकित्सकीय इलाज शुरू करने पर पहले दवा से इसे ठीक करने की कोशिश की जाती है. लेकिन कुछ महिलाओं का लेप्रोस्कोपी या हिस्ट्रोस्कोपी कर भी असंतुलित मासिक धर्म के कारण का पता लगाया जाता है. इसके बाद भी यदि समस्या का समाधान न हो तो फिर आईवीएफ के माध्यम से टेस्ट ट्यूब बेबी के माध्यम से बच्चों का सुख प्राप्त किया जा सकता है.