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धान खरीदी केंद्र में किसानों ने लगाई ऋण पुस्तिका की लाइन - छत्तीसगढ़ की खबर

धान खरीदी केंद्र में टोकन कटाने के लिए सुबह से किसान पहुंचे और ऋण पुस्तिका को लाइन में लगा दिया.

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ऋण पुस्तिका
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Published : Dec 10, 2019, 8:07 PM IST

बिलासपुर: प्रदेश में धान खरीदी को लेकर जैसे ही क्षमता और एक निश्चित मात्रा तय हुई थी, इसके बाद से धान खरीदी केंद्र में टोकन कटाने के लिए सुबह से किसान पहुंचे और ऋण पुस्तिका को लाइन में लगा दिया. उन्हें धान बेचने के लिए टोकन पहले मिल सके और वह धान बेच सके. नए नियम से जहां किसान परेशान हैं तो खरीदी केंद्र प्रबंधक शासन के नियम का हवाला दे रहे हैं.

धान खरीदी को लेकर शासन के रोज-रोज नए फरमानों के चलते आर्थिक समस्याओं के कारण किसान जूझ रहें हैं. वहीं जब किसानों को पता चला कि खरीदी के लिए शासन की ओर से प्रतिदिन धान खरीदी की एक निश्चित क्षमता तय कर दी गई है, जिसके कारण सिर्फ लिमिट में धान की खरीदी की जानी है. तो किसान बड़ी संख्या में सुबह से ही केंद्र पहुंच गए.

जिसके बाद किसानों ने अपनी ऋण पुस्तिका को ही लाइन से लगा दिए. ताकि उनका नंबर पहले और जल्दी आ सके और वो धान बेच सके.
वहीं खरीदी केंद्र के पहले से ही कटे हुए टोकन के धान की पूरी खरीदी पूरी होने तक नया टोकन नहीं कट सकता. इससे किसानों में नाराजगी भी देखी जा रही है तो खरीदी केंद्र प्रबंधक शासन के आदेश का हवाला देते हुए ऐसा करने का हवाला दे रहा है.

बिलासपुर: प्रदेश में धान खरीदी को लेकर जैसे ही क्षमता और एक निश्चित मात्रा तय हुई थी, इसके बाद से धान खरीदी केंद्र में टोकन कटाने के लिए सुबह से किसान पहुंचे और ऋण पुस्तिका को लाइन में लगा दिया. उन्हें धान बेचने के लिए टोकन पहले मिल सके और वह धान बेच सके. नए नियम से जहां किसान परेशान हैं तो खरीदी केंद्र प्रबंधक शासन के नियम का हवाला दे रहे हैं.

धान खरीदी को लेकर शासन के रोज-रोज नए फरमानों के चलते आर्थिक समस्याओं के कारण किसान जूझ रहें हैं. वहीं जब किसानों को पता चला कि खरीदी के लिए शासन की ओर से प्रतिदिन धान खरीदी की एक निश्चित क्षमता तय कर दी गई है, जिसके कारण सिर्फ लिमिट में धान की खरीदी की जानी है. तो किसान बड़ी संख्या में सुबह से ही केंद्र पहुंच गए.

जिसके बाद किसानों ने अपनी ऋण पुस्तिका को ही लाइन से लगा दिए. ताकि उनका नंबर पहले और जल्दी आ सके और वो धान बेच सके.
वहीं खरीदी केंद्र के पहले से ही कटे हुए टोकन के धान की पूरी खरीदी पूरी होने तक नया टोकन नहीं कट सकता. इससे किसानों में नाराजगी भी देखी जा रही है तो खरीदी केंद्र प्रबंधक शासन के आदेश का हवाला देते हुए ऐसा करने का हवाला दे रहा है.

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बिलासपुर प्रदेश में धान खरीदी को लेकर जैसे ही छमता और एक निश्चित मात्रा तय हुई जिसके बाद से धान खरीदी केंद्र में टोकन कटाने के लिए सुबह से किसान पहुच कर ऋण पुस्तिका को लाइन में लगा दिया ताकि उन्हें धान बेचने के लिये टोकन पहले मिल सके और वह धान बेच सके नए नियम से जहा किसान परेशान है तो खरीदी केंद्र प्रबंधक शासन के नियम का हवाला दे रहे है ।Body:cg_bls_02_paddy_av_CGC10013

मामला धान खरीदी को लेकर शासन के रोज-रोज नए फरमानों के चलते आर्थिक समस्याओं से किसान जूझ रहे वही जब किसानों को पता चला कि खरीदी के लिए शासन की ओर से प्रतिदिन धान खरीदी की एक निश्चित छमता तय कर दी गई है, जिसके कारण सिर्फ लिमिट में धान की खरीदी की जानी है। तो किसानों ने बड़ी संख्या में सुबह से ही केंद्र पहुच गए पर खरीदी केंद्र काफी समय तक नही खुला जिसके बाद किसानों ने अपनी ऋण पुस्तिका को ही लाइन से लगा दिए ताकि उनका नबर पहले और जल्दी आ सके और वो धान बेच सके वही खरीदी केंद्र के पहले से ही कटे हुए टोकन के धान की पूरी खरीदी पूरी होने तक नया टोकन नहीं कट सकता। Conclusion:cg_bls_02_paddy_av_CGC10013

इससे किसान में नाराजगी भी देखा जा रहा है तो खरीदी केंद्र प्रबंधक शासन के आदेश का हवाला देते हुए ऐसा करने का हवाला दे रहा है।।।
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