बिलासपुर: प्रदेश में धान खरीदी को लेकर जैसे ही क्षमता और एक निश्चित मात्रा तय हुई थी, इसके बाद से धान खरीदी केंद्र में टोकन कटाने के लिए सुबह से किसान पहुंचे और ऋण पुस्तिका को लाइन में लगा दिया. उन्हें धान बेचने के लिए टोकन पहले मिल सके और वह धान बेच सके. नए नियम से जहां किसान परेशान हैं तो खरीदी केंद्र प्रबंधक शासन के नियम का हवाला दे रहे हैं.
धान खरीदी को लेकर शासन के रोज-रोज नए फरमानों के चलते आर्थिक समस्याओं के कारण किसान जूझ रहें हैं. वहीं जब किसानों को पता चला कि खरीदी के लिए शासन की ओर से प्रतिदिन धान खरीदी की एक निश्चित क्षमता तय कर दी गई है, जिसके कारण सिर्फ लिमिट में धान की खरीदी की जानी है. तो किसान बड़ी संख्या में सुबह से ही केंद्र पहुंच गए.
जिसके बाद किसानों ने अपनी ऋण पुस्तिका को ही लाइन से लगा दिए. ताकि उनका नंबर पहले और जल्दी आ सके और वो धान बेच सके.
वहीं खरीदी केंद्र के पहले से ही कटे हुए टोकन के धान की पूरी खरीदी पूरी होने तक नया टोकन नहीं कट सकता. इससे किसानों में नाराजगी भी देखी जा रही है तो खरीदी केंद्र प्रबंधक शासन के आदेश का हवाला देते हुए ऐसा करने का हवाला दे रहा है.