बिलासपुर: राजीव गांधी किसान न्याय योजना के दूसरे किस्त की राशि किसानों को मिलने से तीजा त्योहार की खुशियां दुगुनी हो गई है. ऐसा ही एक लघु कृषक रतिराम के परिवार में त्योहार के ठीक पहले मिली प्रोत्साहन राशि से उसने अपने बेटियों के लिए तीजा की खरीददारी की है.
किसान रतिराम खरकेना का रहने वाला है और उसके पास करीब दो एकड़ खेत है, जिसकी आय से उसके परिवार का गुजारा मुश्किल से चल पाता है. खरीफ साल 2019-20 में रतिराम ने 29 क्विंटल 40 किलो धान समिति में समर्थन मूल्य पर बेचा था. उसे 1800 प्रति क्विंटल के हिसाब से 38 हजार रुपये से कुछ ज्यादा की राशि मिली थी.
पहली किस्त में मिली थी 5 हजार से अधिक राशि
राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत छत्तीसगढ़ शासन उसे 2500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से अंतर की राशि का भुगतान किस्तों में कर रही है. अभी तक दो किस्त की राशि 10 हजार 400 रुपये उसे मिला है. लाॅकडाउन के दौरान पहली किस्त 5 हजार 200 रुपये मिली थी. यह राशि लाॅकडाउन के दौर में उसके परिवार का खर्च चलाने के लिए एक बड़ा सहारा बनी.
पहली किस्त से चुकाया कर्ज
इस दौरान उन्होंने किराना, सब्जी सहित अन्य सामानों के लिए मार्केट से उधार लिया था, जिसका कर्ज उसने इस राशि से चुकाया. दूसरी किश्त अभी 5 हजार 200 रुपये मिली है. यह राशि उसने त्योहार पर खर्च किए.
दूसरे पर निर्भर होना नहीं पड़ा
रतिराम का कहना है कि उसे कर्ज लेकर त्योहार मनाने की जरूरत नहीं पड़ी. शासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि सही समय पर पैसा मिल जाने से उन्हें किसी पर निर्भर नहीं होना पड़ा और परिवार के सदस्यों ने खुशनुमा माहौल में त्योहार मनाया. राज्य शासन की दूरदर्शिता का परिणाम है कि आर्थिक मंदी के इस दौर में भी हम खुशनुमा जीवन व्यतीत कर रहे हैं.