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बिलासपुर में बारिश का कहर, खेतों में खड़ी धान की फसल हुई बर्बाद, किसान परेशान

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Published : Nov 15, 2021, 9:56 PM IST

Updated : Nov 15, 2021, 10:54 PM IST

बिलासपुर (Bilaspur) में शनिवार को हुए बेमौसम बारिश (Unseasonal rain) ने धान के फसलों को बर्बाद (Paddy crops destroyed) कर दिया है. खेतों (farm) में फसल काट कर रखे किसानों (farmers) को काफी क्षति पहुंची है. हालांकि अधिकारियों ने आश्वासन (officials assured) दिया है कि फसल का निरीक्षण (crop inspection) करेंगे.

harvested crop kept in the field was ruined
खेत में रखा कटा फसल हुआ बर्बाद

बिलासपुरः छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बिलासपुर (Bilaspur) में शनिवार को हुए बेमौसम बारिश (Unseasonal rain) ने धान के फसलों को बर्बाद (Paddy crops destroyed)कर दिया है. बारिश ने खेतों (farm) में फसल काट कर रखे किसानों (farmers) को काफी क्षति पहुंचायी है. इस मामले में कृषि अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार ने बारिश से हुए खराब फसलों का आंकलन कर रिपोर्ट पेश करने कहा है.

कहर बनकर बरपा बारिश

सूरजपूर में धान खरीदी की तारीख हुई तय तो बिचौलिए हुए एक्टिव

दो घंटे तेज बारिश ने बर्बाद की फसल

दरअसल, शनिवार सुबह से शाम तक हुई बेमौसम बारिश ने किसानों के चेहरे पर मायूसी ला दी है. दो घंटे तेज और दिनभर हुई रिमझिम बारिश ने खेतो में काटकर रखे धान के फसल को बर्बाद कर दिया है. बिलासपुर और तखतपुर इलाके में बारिश का असर काफी अधिक हुआ है. यहां बिलासपुर तहसील में 1.9 मिलीमीटर और तसखपुर तहसील में 1.7 मिलीमीटर बारिश हुई है. यहां फसल पर नुकसान का असर ज्यादा रहेगा.

अधिकारी करेंगे फसल का निरीक्षण

वहीं, कृषि अधिकारियों (agricultural officers) ने बताया कि जिन किसानों ने अपने फसलों को काट कर खेत मे ही छोड़ दिया था. उनके फसल खराब होंगे. क्योंकि खेतो में रखे रहने पर धान गीला हो गया होगा.अगर पानी खेतो में भरा होगा तो धान का फसल सड़ जाएगा. कृषि अधिकारी शशांक शिंदे ने बताया कि वे खराब फसलों का निरीक्षण (crop inspection)कर रहे है और जल्द ही राज्य सरकार (State government) को रिपोर्ट भेज देंगे.

जिले में 1 लाख 76 हजार हेक्टेयर में धान की फसल लगाई जाती

बताया जा रहा है कि बिलासपुर जिले में 1 लाख 76 हजार हेक्टेयर में धान की फसल लगाई जाती है. सिंचित खेती सिर्फ मस्तूरी तहसील में ही होती है. बाकि सब वर्षाधारित होता है. वहीं, इस मामले में पीड़ित किसानों ने बताया कि उनकी फसल बारिश की वजह से बर्बाद हो गई है, लेकिन जिन किसानों ने अभी खेतो में धान काट कर नहीं रखे है उनको ज्यादा नुकसान नही होगा. क्योंकि धान के जड़ सूख गए है. इसलिए इस पानी का असर तो उनमें नहीं हुआ है, लेकिन ज्यादा दिन तक पौधों के जमीन पर लेटे रहने से वो खराब हो सकते है. जिन्होंने धान काट कर खेत मे रख दिया है, उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है.

बिन मौसम बारिश से किसान बेहाल

वहीं, बिन मौसम बारिश ने वैसे तो सभी किसानों के फसलों को बर्बाद तो नहीं किया है, लेकिन जिन्होंने अपने फसल काटकर खेतो में रख दिया है उन्हें नुकसान पहुचाया है. हालांकि इस मामले में कुछ किसानों का कहना है कि थोड़ी उम्मीद है कि यदि धान कुछ दिन धूप में रहे तो हो सकता है कि उनमें से कुछ फसल खराब हो और कुछ ज्यादा नहीं भीगने से खराब होने से बच भी सकते है.

बिलासपुरः छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बिलासपुर (Bilaspur) में शनिवार को हुए बेमौसम बारिश (Unseasonal rain) ने धान के फसलों को बर्बाद (Paddy crops destroyed)कर दिया है. बारिश ने खेतों (farm) में फसल काट कर रखे किसानों (farmers) को काफी क्षति पहुंचायी है. इस मामले में कृषि अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार ने बारिश से हुए खराब फसलों का आंकलन कर रिपोर्ट पेश करने कहा है.

कहर बनकर बरपा बारिश

सूरजपूर में धान खरीदी की तारीख हुई तय तो बिचौलिए हुए एक्टिव

दो घंटे तेज बारिश ने बर्बाद की फसल

दरअसल, शनिवार सुबह से शाम तक हुई बेमौसम बारिश ने किसानों के चेहरे पर मायूसी ला दी है. दो घंटे तेज और दिनभर हुई रिमझिम बारिश ने खेतो में काटकर रखे धान के फसल को बर्बाद कर दिया है. बिलासपुर और तखतपुर इलाके में बारिश का असर काफी अधिक हुआ है. यहां बिलासपुर तहसील में 1.9 मिलीमीटर और तसखपुर तहसील में 1.7 मिलीमीटर बारिश हुई है. यहां फसल पर नुकसान का असर ज्यादा रहेगा.

अधिकारी करेंगे फसल का निरीक्षण

वहीं, कृषि अधिकारियों (agricultural officers) ने बताया कि जिन किसानों ने अपने फसलों को काट कर खेत मे ही छोड़ दिया था. उनके फसल खराब होंगे. क्योंकि खेतो में रखे रहने पर धान गीला हो गया होगा.अगर पानी खेतो में भरा होगा तो धान का फसल सड़ जाएगा. कृषि अधिकारी शशांक शिंदे ने बताया कि वे खराब फसलों का निरीक्षण (crop inspection)कर रहे है और जल्द ही राज्य सरकार (State government) को रिपोर्ट भेज देंगे.

जिले में 1 लाख 76 हजार हेक्टेयर में धान की फसल लगाई जाती

बताया जा रहा है कि बिलासपुर जिले में 1 लाख 76 हजार हेक्टेयर में धान की फसल लगाई जाती है. सिंचित खेती सिर्फ मस्तूरी तहसील में ही होती है. बाकि सब वर्षाधारित होता है. वहीं, इस मामले में पीड़ित किसानों ने बताया कि उनकी फसल बारिश की वजह से बर्बाद हो गई है, लेकिन जिन किसानों ने अभी खेतो में धान काट कर नहीं रखे है उनको ज्यादा नुकसान नही होगा. क्योंकि धान के जड़ सूख गए है. इसलिए इस पानी का असर तो उनमें नहीं हुआ है, लेकिन ज्यादा दिन तक पौधों के जमीन पर लेटे रहने से वो खराब हो सकते है. जिन्होंने धान काट कर खेत मे रख दिया है, उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है.

बिन मौसम बारिश से किसान बेहाल

वहीं, बिन मौसम बारिश ने वैसे तो सभी किसानों के फसलों को बर्बाद तो नहीं किया है, लेकिन जिन्होंने अपने फसल काटकर खेतो में रख दिया है उन्हें नुकसान पहुचाया है. हालांकि इस मामले में कुछ किसानों का कहना है कि थोड़ी उम्मीद है कि यदि धान कुछ दिन धूप में रहे तो हो सकता है कि उनमें से कुछ फसल खराब हो और कुछ ज्यादा नहीं भीगने से खराब होने से बच भी सकते है.

Last Updated : Nov 15, 2021, 10:54 PM IST
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