बिलासपुरः नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने लॉकडाउन की वर्तमान स्थिति और प्रदेश के हालात सहित आर्थिक समस्याओं से निपटने के उपाय जैसे कई गम्भीर विषयों पर ETV भारत के साथ खास बातचीत की.
नेता प्रतिपक्ष ने देश और दुनिया की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर भारत के संदर्भ में कहा कि भारत की स्थिति अन्य देशों की अपेक्षा बहुत अच्छी है और यहां संक्रमण के साथ साथ मौत के आंकड़े भी ज्यादा चिन्ताजनक नहीं हैं नेताप्रतिपक्ष ने मोदी सरकार के नेतृत्व की तारीफ करते हुए कहा कि देश आज अगर संभला है, तो कोरोना को लेकर केंद्र सरकार के तत्काल फैसला लेने के कारण यह हुआ है. उन्होंने एकतरफ जहां प्रदेश नेतृत्व की तैयारियों को लेकर कुछ हद तक संतोष जाहिर किया, तो कई मुद्दों पर वो प्रदेश सरकार को घेरते नजर आए. उन्होंने कहा कि टेस्ट सेंटर को लेकर हाईकोर्ट का हस्तक्षेप करना ही बताता है कि प्रदेश सरकार की अपनी कोई तैयारी नहीं थी और मास्क जैसे जरूरी समानों की कमी है. प्रदेश के चिकित्सकों और विशेषकर एम्स की तारीफ करते हुए कहा कि इनके बदौलत हमारे प्रदेश की लाज बची है और छत्तीसगढ़ में एक भी मौत नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि वैसे ही प्रदेश की आर्थिक स्थिति कुछ ठीक नहीं थी अब आगे बहुत सम्भल कर चलने की जरूरत है.
कोरोना वॉरियर्स का किया धन्यवाद
नेताप्रतिपक्ष ने कहा कि हम सब सौभाग्यशाली हैं, जो हमें मोदीजी का नेतृत्व मिला है. देशभर में 24 मार्च से लॉकडाउन हुआ. मोदीजी के पास निर्णय लेने की क्षमता. अमेरिका के पास भारत से ज्यादा चिकित्सकीय सुविधा है, बावजूद इसके अमेरिका में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. यूरोप में मरीजों की संख्या 1 लाख से ज्यादा है. वहीं भारत में जनसंख्या घनत्व ज्यादा होने के बावजूद मरीजों की संख्या बहुत कम हैं. यूरोपीय देश नियंत्रण नहीं कर पा रहे. समय रहते फैसला लेने के कारण देश में हालात बेहतर हैं. फ्रंट लाइन में खड़े कोरोना वॉरियर्स को और रायपुर एम्स के डॉक्टरों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा एम्स की सफलता पर गर्व है.
संभागीय स्तर पर जांच की मांग
प्रदेश सरकार के कामकाज नाकाफी है. यहां N-95 मास्क की कमी है, जिसके लिए स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र से 50 हजार किट की मांग की है. सीएम ने भी 30 हजार करोड़ रुपये की मांग की है .स्वास्थ्य मंत्री प्रयास कर रहे हैं, लेकिन प्रदेश में अबतक टेस्टिंग किट नहीं आई है, टेंडर भी रद्द हो गया है और किट रास्ते में रह गई है. प्रदेश में संक्रमण की रोकथाम के लिए तैयारी पूरी नहीं है. जिसके कारण हाईकोर्ट को संज्ञान लेना पड़ा. राज्य सरकार के पास विजन नहीं है. कटघोरा के सैंपल जांच के लिए बाहर जा रहे. संभागीय स्तर पर टेस्टिंग हो, जिससे रिपोर्ट भी जल्द आए. लैब में टेस्ट के लिए गए सैंपल सूख रहे हैं.
सरकार के पास शराबबंदी का सही समय
नेताप्रतिपक्ष ने शराब के कारोबार को लेकर कहा कि, यही सही मौका है जब शराबबंदी करने से लोगों को परेशानी नहीं होगी.लॉकडाउन के कारण लोग नशे से फिलहाल दूर भी हैं और बगैर नशा के जीवन जीने की उनकी आदत भी बन चुकी है. उन्होंने ETV भारत के माध्यम से लोगों को लॉकडाउन के नियमों का पालन करने की अपील की है.