बिलासपुर/ बिल्हा: बिल्हा के अमसेना में नव निर्मित गौठान पर बेजा कब्जा का मामला सामने आया है. यहां अवैध कब्जे की वजह से गौठान का कार्य रुक गया है. पंचायत के नुमाइंदों ने पहले तो कब्जा हटाने प्रयास किया और फिर जब बात नहीं बनी तो उन्होंने इसकी जानकारी प्रशासन को दी. तब जाकर प्रशासन और अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची. बेजा कब्जा हटाने के लिए सकरी तहसीलदार अभिषेक राठौर, नायब तहसीलदार गुरुदत्त प्रभु, पुलिस बल समेत मौके पर पहुंचे और कब्जा हटाने का कार्य शुरू कराया.
इस दौरान गांव के एक दो लोगों ने कार्रवाई का विरोध किया जिसे पुलिसकर्मियों ने किसी तरह संभाला. उपसरपंच ने बताया कि बेजा कब्जा धारियों को पहले ही कब्जा हटाने को कहा गया था लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी. जिसके बाद प्रशासन को मजबूरन मोर्चा लेना पड़ा.
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बेजा कब्जा धारियों पर की जाएगी कार्रवाई
मौके पर पहुंचे सकरी तहसीलदार के मुताबिक शासन की महत्वपूर्ण योजना में आड़े आने वाले बेजा कब्जा धारियों पर आगे भी इसी तरह कार्रवाई की जाएगी. गौरतलब है कि तखतपुर के कई ग्रामीण क्षेत्र में गौठान निर्माण को लेकर बेजा कब्जा की पहले भी शिकायत सामने आ चुकी है. खरकेना पंचायत में तो प्रशासनिक अधिकारियों को पिछले दिनों काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. जहां खेतों में लगी फसल को जब्त कर गौठान के लिए जगह बनाई गई थी.
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प्रशासन की सख्ती से हटाया जाएगा बेजा कब्जा
बिल्हा और तखतपुर क्षेत्र समेत पथरिया इलाके में भी बेजा कब्जा को लेकर कई अटकले सामने आ चुकी है. जिसे हटाने में प्रशासनिक अधिकारियों के पसीने छूट गए हैं. लेकिन इस बार प्रशासन की सख्ती से बेजा कब्जा हटाया गया