बिलासपुर: छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में रविवार दोपहर 2:18 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. बिलासपुर के कोटा और अमरकंटक के बीच 3.1 की तीव्रता से भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. हालांकि इस झटके की वजह से किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है. लेकिन अमरकंटक की ओर कुछ झोपड़ियां को हल्का नुकसान पहुंचा है.
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर इस भूकंप को लेकर जानकारी साझा की है. इस ट्वीट में विभाग ने कहा है कि" छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में भूकंप रविवार दोपहर 2 बजकर 18 मिनट पर आया. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 3.1 थी. "
जानिए क्या कहते हैं मौसम वैज्ञानिक: इस बारे में बिलासपुर के मौसम विभाग के वैज्ञानिक राहुल यादव से ईटीवी भारत ने बातचीत की. मौसम वैज्ञानिक राहुल यादव ने बताया कि, "जमीन के अंदर 10 से 20 किलोमीटर की दूरी पर भूकंप आया था. कम तीव्रता की वजह से खतरा टल गया. माना जा रहा है कि कम तीव्रता की वजह से किसी भी तरह का नुकसान नहीं हो पाया. अमरकंटक के पहाड़ में लुस्दा और दंदजम्दी गांव के बीच तीव्रता 3.1 महसूस किया गया है.बिलासपुर के कोटा क्षेत्र में भी झटके महसूस किए गए हैं. मौसम विभाग की भूकंप मापी यंत्र ने इसे दर्ज किया है. तीव्रता कम बताई गई है."
कुछ साल पहले भी महसूस किए गए थे झटके: जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ में रविवार को जिस इलाके में भूकंप के झटके महसूस किए गए, वहां भूकंप वाला क्षेत्र नहीं है. लेकिन फिर भी भूकंप के झटके लगे हैं. कुछ साल पहले भी बिलासपुर शहर के अंदर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. वो झटके काफी तेज महसूस किए गए थे. उस समय घर की खिड़की दरवाजे हिलने लगे थे. दीवारों पर दरार भी आ गई थी. उसके बाद रविवार को आए भूकंप के झटके से लोगों की चिंता बढ़ गई है.