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बिलासपुर में गंदे पानी की सप्लाई से पीलिया की दहशत, निगम के दावों की खुली पोल

बिलासपुर में एक बार फिर गंदे पानी की आपूर्ति से पीलिया बीमारी पनपने लगी है. बिलासपुर नगर निगम (Bilaspur Municipal Corporation) पिछले साल सितंबर में हुई घटना से सबक नहीं ली. निगम ने दावा किया था कि मार्च से पहले शहर के सभी पाइपलाइन को नाली से बाहर निकाल लिया जाएगा. लेकिन निगम के दावों की पोल खुलने लगी है.

drinking water pipeline
पेयजल पाइप लाइन
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Published : Mar 12, 2022, 9:30 PM IST

Updated : Mar 12, 2022, 11:09 PM IST

बिलासपुर: सितंबर 2021 महीने में बिलासपुर शहर में गंदे पानी की आपूर्ति की वजह से डायरिया फैली थी. इसमें करीब 8 लोगों की मौत हो गई थी. बावजूद इसके निगम प्रशासन मौतों से अभी सबक नहीं ले रहा है. नालियों में अब भी पेयजल पाइप को बाहर निकालने का प्रयास निगम नहीं कर रहा है. पिछले दिनों निगम ने दावा किया था कि मार्च से पहले वे शहर के सभी पाइपलाइन को नाली से बाहर निकाल लेंगे. लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा. मार्च महीना शुरू हो गई है लेकिन निगम ने काम शुरू नहीं किया है. जिससे निगम के दावों की पोल खुलने लगी है.

बिलासपुर में गंदे पानी की सप्लाई से पीलिया की दहशत

यह भी पढ़ें: New Year 2022: नए साल में बिलासपुर को मिलेगी कई नई सौगातें, शहर वासियों की बढ़ेंगी सुविधाएं

बिलासपुर नगर निगम लापरवाह
बिलासपुर नगर निगम (Bilaspur Municipal Corporation) क्षेत्र में कई स्लम बस्तियां हैं. इन बस्तियों में पेयजल की आपूर्ति के लिए कई साल पहले पेयजल की आपूर्ति के लिए पाइप लाइन को नालियों के भीतर से गुजारा गया है. नालियों से गुजरे पाइप में नालियों का गंदा पानी भर जाता है. पानी की आपूर्ति के दौरान वह पानी लोगों के घरों तक पानी पहुंचता है और इसी पानी का लोग सेवन भी करते है. गंदा पानी पीने की वजह से हर साल शहर पीलिया, डायरिया और कई जलजनित बीमारियां होती हैं. गर्मी की शुरुआत में हर साल लोगों की पीलिया की शिकायत रहती है और हर साल निगम सरकार नालियों से गुजरने वाले पाइप लाइन को नालियों से बाहर करने का दावा भी करती है. लेकिन जैसे ही गर्मी का मौसम आता है तो निगम इस काम को करना भूल जाती है.


2021 सितंबर में फैला था डायरिया, हुई थी मौत
पिछले साल सितंबर महीने में शहर के कई इलाकों में डायरिया फैल गया था. डायरिया फैलने पर लगभग डेढ़ सौ लोग बीमार हो गए थे. जबकि 8 लोगों की मौत हो गई थी. लोगों की मौत के बावजूद निगम अभी तक सबक नहीं ले रहा है. आज भी कई वार्डों में पाइप लाइन नालियों के भीतर से गुजर रही है. इसमें नालियों का पानी भर जाता है जो जल आपूर्ति के दौरान लोगों के घरों तक पहुंच रहा है. वह नालियों के पानी को पीने के लिए मजबूर हैं. निगम का यही हाल रहा तो आने वाली गर्मी में पीलिया का प्रकोप बढ़ेगा और इससे भी कई मौते हो सकती है.

यह भी पढ़ें: बिजली बिल के बोझ से मुक्त होगा बिलासपुर नगर निगम, 14 करोड़ की लागत से लगेगा रूफ टॉप सोलर


पीलिया बीमारी रोकने के लिए लेंगे मीटिंग
बिलासपुर शहर में नालियों में जलापूर्ति के लिए गुजारे गए पाइपलाइन को अब भी निगम ने बाहर नहीं किया है. इसके लिए नगर निगम के सभापति शेख नसीरुद्दीन (Chairman Sheikh Naseeruddin) ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि पीलिया की बीमारी होने के पीछे कई कारण हैं. पहले तो उन्होंने स्वीकार किया कि गंदे पानी की वजह से पीलिया होता है. लेकिन इसके बाद उन्होंने कहा कि पीलिया के कई कारण है.जैसे- खानपान के साथ आसपास साफ-सफाई नहीं होने से भी पीलिया की बीमारी उत्पन्न होती है. उन्होंने कहा कि वे महापौर के साथ बैठकर अधिकारियों की मीटिंग लेंगे और नालियों से पाइप लाइन को बाहर करने के निर्देश देंगे, ताकि गंदे पानी से होने वाली बीमारियों से लोगों को निजात दिलाया जा सके.

बिलासपुर: सितंबर 2021 महीने में बिलासपुर शहर में गंदे पानी की आपूर्ति की वजह से डायरिया फैली थी. इसमें करीब 8 लोगों की मौत हो गई थी. बावजूद इसके निगम प्रशासन मौतों से अभी सबक नहीं ले रहा है. नालियों में अब भी पेयजल पाइप को बाहर निकालने का प्रयास निगम नहीं कर रहा है. पिछले दिनों निगम ने दावा किया था कि मार्च से पहले वे शहर के सभी पाइपलाइन को नाली से बाहर निकाल लेंगे. लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा. मार्च महीना शुरू हो गई है लेकिन निगम ने काम शुरू नहीं किया है. जिससे निगम के दावों की पोल खुलने लगी है.

बिलासपुर में गंदे पानी की सप्लाई से पीलिया की दहशत

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बिलासपुर नगर निगम लापरवाह
बिलासपुर नगर निगम (Bilaspur Municipal Corporation) क्षेत्र में कई स्लम बस्तियां हैं. इन बस्तियों में पेयजल की आपूर्ति के लिए कई साल पहले पेयजल की आपूर्ति के लिए पाइप लाइन को नालियों के भीतर से गुजारा गया है. नालियों से गुजरे पाइप में नालियों का गंदा पानी भर जाता है. पानी की आपूर्ति के दौरान वह पानी लोगों के घरों तक पानी पहुंचता है और इसी पानी का लोग सेवन भी करते है. गंदा पानी पीने की वजह से हर साल शहर पीलिया, डायरिया और कई जलजनित बीमारियां होती हैं. गर्मी की शुरुआत में हर साल लोगों की पीलिया की शिकायत रहती है और हर साल निगम सरकार नालियों से गुजरने वाले पाइप लाइन को नालियों से बाहर करने का दावा भी करती है. लेकिन जैसे ही गर्मी का मौसम आता है तो निगम इस काम को करना भूल जाती है.


2021 सितंबर में फैला था डायरिया, हुई थी मौत
पिछले साल सितंबर महीने में शहर के कई इलाकों में डायरिया फैल गया था. डायरिया फैलने पर लगभग डेढ़ सौ लोग बीमार हो गए थे. जबकि 8 लोगों की मौत हो गई थी. लोगों की मौत के बावजूद निगम अभी तक सबक नहीं ले रहा है. आज भी कई वार्डों में पाइप लाइन नालियों के भीतर से गुजर रही है. इसमें नालियों का पानी भर जाता है जो जल आपूर्ति के दौरान लोगों के घरों तक पहुंच रहा है. वह नालियों के पानी को पीने के लिए मजबूर हैं. निगम का यही हाल रहा तो आने वाली गर्मी में पीलिया का प्रकोप बढ़ेगा और इससे भी कई मौते हो सकती है.

यह भी पढ़ें: बिजली बिल के बोझ से मुक्त होगा बिलासपुर नगर निगम, 14 करोड़ की लागत से लगेगा रूफ टॉप सोलर


पीलिया बीमारी रोकने के लिए लेंगे मीटिंग
बिलासपुर शहर में नालियों में जलापूर्ति के लिए गुजारे गए पाइपलाइन को अब भी निगम ने बाहर नहीं किया है. इसके लिए नगर निगम के सभापति शेख नसीरुद्दीन (Chairman Sheikh Naseeruddin) ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि पीलिया की बीमारी होने के पीछे कई कारण हैं. पहले तो उन्होंने स्वीकार किया कि गंदे पानी की वजह से पीलिया होता है. लेकिन इसके बाद उन्होंने कहा कि पीलिया के कई कारण है.जैसे- खानपान के साथ आसपास साफ-सफाई नहीं होने से भी पीलिया की बीमारी उत्पन्न होती है. उन्होंने कहा कि वे महापौर के साथ बैठकर अधिकारियों की मीटिंग लेंगे और नालियों से पाइप लाइन को बाहर करने के निर्देश देंगे, ताकि गंदे पानी से होने वाली बीमारियों से लोगों को निजात दिलाया जा सके.

Last Updated : Mar 12, 2022, 11:09 PM IST
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