बिलासपुर: शहर के चांटीडीह इलाके में 22 लोग गंदा पानी पीने से बीमार हो गए. जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया. एक साथ इतने लोगों के बीमार होने की सूचना मिलने के तुरंत बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम वहां पहुंची और बीमार लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया. क्षेत्र में पीने के पानी की जांच भी शुरू कर दी गई है.
नाली के बीच से गुजरता है पीने का पाइप: इलाके में पेयजल का पाइप लाइन नालियों के बीच से गुजरता है. ऐसे में बरसात के दिनो में बीमारियों का खतरा इलाके में बढ़ जाता है. शुक्रवार को चांटीडीह पठान मोहल्ला, ग्रामपारा सहित कई अलग अलग जगह से एक के बाद एक कर लोगों को उल्टी दस्त की शिकायत होने लगी. बीमार लोगों में बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं है. सभी को सिम्स सहित दूसरे अस्पतालों में भर्ती कराया गया.
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घरों में स्वास्थ्य विभाग कर रही सर्वे: मामले की जानकारी लगने के बाद मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकार भी पहुंच गए. उन्होंने बताया कि तत्काल डॉक्टरों की एक टीम गठित कर जांच के लिए भेजा है. टीम ने 52 घरों का सर्वे किया, जहां करीब 22 लोग बीमार मिले. 13 लोगों को सिम्स अस्पताल में भर्ती किया गया. बाकी लोगों को दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. लोगों को पीने के पानी को लेकर सावधानी रखने जागरूक किया जा रहा है. दवाइयों बांटी जा रही है.
क्या है डायरिया और इसके लक्षण : डायरिया गंदे पानी, स्ट्रीट फूड या बारिश के दिनों में दूषित भोजन खाने से होता है. डायरिया होने पर पेट में दर्द, बार बार लूज मोशन की समस्या होती है. कई बार पानी जैसा पतला दस्त होता है. जिससे व्यक्ति काफी कमजोर हो जाता है. ऐसा होने पर बिना देर किए मरीज को डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए.
डायरिया से बचाव: बारिश के मौसम में बाहर का कुछ भी तला भुना खाने से बचें. खाना खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोएं. बासी खाना खाने से बचें. जहां तक संभव हो पानी उबाल कर पिएं.