बिलासपुर: किडनी चोरी की आशंका के मद्देनजर बिलासपुर कलेक्टर के आदेश पर 27 दिन बाद कब्र से लाश बाहर निकाली गई. गुरुवार को शव को पोस्टमॉर्टम किया जाएगा. जिसके बाद खुलासा होगा कि किडनी की चोरी हुई है या नहीं.
ये है पूरा मामला: सोन लोहर्सी के रहने वाले धरमदास मानिकपुरी और उसके बेटे दुर्गेश मानिकपुरी का 14 अप्रैल 2023 को एक्सीडेंट हो गया था. धरमदास अपने बेटे दुर्गेश के साथ बैठकर बाइक में बेटी की शादी का कार्ड बांटने पामगढ़ थाना ग्राम ससहा जा रहा था इसी दौरान सुबह करीब साढ़े 10 बजे सबरिया डेरा के आगे सामने से आ रही कार ने बाइक को टक्कर मार दी. जिससे पिता पुत्र दोनों बाइक से गिर गए. धरमदास के सिर, कंधे और पैर में चोट आई. बेटे को भी गंभीर चोट आई.
डायल 112 को कॉल किया गया. लेकिन उससे पहले एक्सीडेन्ट करने वाली कार से प्राथमिक स्वास्थ्य केंन्द्र पामगढ़ ले जाया गया. जहां अधिक चोट आने के कारण बिलासपुर रेफर करने पर तोरवा के निजी अस्पताल ले जाया गया. इसी बीच अच्छे इलाज के लिए 15 अप्रैल को रात के समय धरमदास को सरकंडा के प्रथम अस्पताल ले जाया गया. प्रथम अस्पताल में उसका ऑपरेशन किया गया और इलाज के दौरान 21 अप्रैल को उसकी मौत हो गई. इसके बाद परिजन धरमदास के शव को घर ले आये और कफन दफन कर दिया.
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बेटे को हुआ किडनी चोरी का शक: बेटा इलाज के बाद जब घर पहुंचा तो परिजनों ने बताया कि अंतिम संस्कार से पहले शव का स्नान करते समय दाहिनी पसली के नीचे पेट में काटने जैसा निशान था. इस पर धरमदास के बेटे दुर्गेश ने प्रथम अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान किडनी निकालने की आशंका हुई. उसने जिला प्रशासन को भी जांच के लिए लिखित शिकायत कर चीरा लगाने जैसे बात का जिक्र किया. 15 मई को पचपेड़ी थाने में लिखित आवेदन दिया.
अस्पताल पर किडनी चोरी का आरोप लगते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया. पचपेड़ी थाना प्रभारी बृजलाल ने बताया कि बुधवार देर शाम जिला प्रशासन के अधिकारी व पुलिस टीम के सामने शव को कब्र से बाहर निकाला गया. लेकिन देर होने के कारण पोस्टमॉर्टम नहीं किया जा सका. गुरुवार को पोस्टमॉर्टम किया जाएगा.