बिलासपुर: हिर्री थाना क्षेत्र के धौराभाठा के पास एक शख्स की लाश पेड़ पर लटकते मिली है. फांसी में लटके शव मिलने के कारण इलाके में सनसनी फैल गई है. शव को स्थानीय लोगों ने देखा. कोटवार ने मामले की पुलिस को जानकारी दी. पुलिस मौके पर पहुंची. जांच पड़ताल शुरू की. मृतक की शिनाख्त सूरजपुर के खड़ौली निवासी मनोहर चेरवा के रूप में हुई.
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पुलिस ने बताया कि हिर्री थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे में एक शख्स की लाश पेड़ पर लटकते मिली है. पुलिस ने आनन-फानन में सूरजपुर पुलिस से संपर्क किया. मामले की जानकारी दी. तब मृतक के परिजन हिर्री थाना पहुंचे हैं. परिजनों से पूछताछ की की जा रही है.
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क्या तनख्वाह नहीं मिलने से मनोहर ने की खुदकुशी ?
मृतक के परिजनों का कहना मनोहर चेरवा का परिवार बड़ा है. जिसमें 6 बच्चे हैं. कम वेतन और आर्थिक तंगी की वजह से मनोहर परेशान चल रहा था. जिसे दांडी यात्रा से मांगे पूरी होने की पूरी उम्मीद थी. महज आश्वासन ने मनोहर को विचलित कर दिया था. अब परिवार का भरण पोषण किस तरह होगा. बंद स्कूल और तनख्वाह के नहीं मिलने से मनोहर ने मौत को गले लगा लिया. ऐसा अंदेशा परिजनों ने जाहिर किया है.
वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर दांडी यात्रा
परिजनों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के सभी प्राथमिक और मिडिल स्कूलों में साफ-सफाई को लेकर सफाईकर्मियों की नियुक्ति की गई है. इनका कार्य स्कूल दिवस में रोजाना लगभग 2 घंटे का रहता है. उनका वेतन भी कम है. इसे लेकर अंशकालिक सफाईकर्मी स्वयं को पूर्णकालिक घोषित करने और वेतन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. अपनी मांगों को लेकर दांडी यात्रा पर निकले थे.
दांडी यात्रा के कर्मियों को मिला आश्वासन
16 जनवरी को सूरजपुर से निकली दांडी यात्रा 18 जनवरी को बिलासपुर पहुंची. फिर इसके बाद 20 जनवरी को यात्रा राजधानी रायपुर पहुंची. जहां अंशकालिक सफाईकर्मियों ने अपनी मांगों का पुलिंदा शिक्षा विभाग को सौंपा. संबंधित विभाग के मंत्री ने इस मांग पर विचार करने दांडी यात्रा के कर्मियों को आश्वासन दिया. इसके बाद दांडी यात्रा में शामिल सफाईकर्मी सूरजपुर के लिए वापस लौट गए. इनमें से एक सफाई कर्मी मनोहर चेरवा नांदघाट के पास अचानक लापता हो गया. अन्य कर्मियों ने इसकी शिकायत नांदघाट थाना में दर्ज कराई. दांडी यात्रा के सभी कर्मचारी सूरजपुर लौट आए.
आखिर मौत का कारण क्या है ?
पुलिस ने इनका बयान दर्ज कर लिया है. मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है. इधर अब पुलिस यह जानने में जुट गई है कि मृतक की आर्थिक स्थिति कैसी थी. क्या वाकई वेतन के कारण परेशानी चल रही थी. या फिर मांगे पूरी नहीं होने से वह हालाकान था. आखिर मौत का कारण क्या है. मनोहर ने आखिरकार मौत को गले क्यों लगा लिया ?. ऐसे ज्वलंत सवालों के साथ ही पुलिस की जांच चल रही है. पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया है.