बिलासपुर : जंगली हाथियों का दल सोमवार देर रात बिलासपुर जिले की सीमा पार कर जिले में प्रवेश कर लिया है. जांजगीर जिले के अंतिम गांव इमली पारा में लीलाधर नदी के तट से जिले के गांव ऊनी से इस दल ने बिलासपुर में प्रवेश किया. 13 हाथियों का दल जिले में प्रवेश करने के बाद वन विभाग और पुलिस प्रशासन जिले के खमरिया प्लांटेशन तक पहुंचे हाथियों के दल की निगरानी कर रहा है. आसपास के गांव में मुनादी के साथ अलर्ट कर दिया गया है. ग्रामीणों को रात में बाहर निकलने से मना किया गया है. वहीं मुख्य मार्ग में भी बैरिकेडिंग किया गया है. हाथियों का दल जांजगीर जिले से बिलासपुर होते हुए कोरबा के जंगलों की ओर बढ़ रहा है.
सैंकड़ों साल पुराना है हाथी कॉरिडोर : हाथी दल अपने सैंकड़ों साल पुराने कॉरिडोर के अनुसार चल रहा है. जंगली हाथियों के दल ने बिलासपुर के सोंठी जंगल के रास्ते जिले में प्रवेश किया. हाथी दल दो दिन से जांजगीर क्षेत्र में विचरण कर रहा था. इसमें 5 छोटे हाथियों सहित 13 हाथी मौजूद हैं. वन विभाग हाथियों के मूवमेंट पर निगरानी बनाए हुए है. वन विभाग ने अलग-अलग दस्ते क्षेत्र में तैनात किए हैं. आसपास के गांवों में मुनादी कराई गई है. सड़कों में घेरा किया गया है ताकि ग्रामीण ना जाए. फिलहाल जान माल का अभी तक कोई नुकसान की सूचना नहीं मिली है.
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100 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात : 13 हाथियों के दल के उत्पात मचाने और जानमाल के खतरे को ध्यान में रखते हुए वन विभाग और पुलिस का दस्ता तैनात किया गया है. इसमें पुलिस की 2 पेट्रोलिंग पार्टी लगातार क्षेत्र के गांव में भ्रमण कर रही है. साथ ही वन विभाग की टीम हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखे हुए हैं. वन विभाग और पुलिस की टीम में लगभग 100 से ज्यादा सदस्य हैं.