बिलासपुर: साइबर ठगों ने शहर के नामचीन लोगों, नेताओं के साथ ही बड़े अधिकारियों के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर पैसे मांगने का नया धंधा शुरू किया है. पिछले दिनों बिलासपुर जिले के एसडीओपी, टीआई और कई बड़े अधिकारियों के नाम पर फेसबुक आईडी तैयार की गई थी. फिर उनके फ्रेंड लिस्ट में शामिल लोगों से पैसे की मांग की जा रही थी. इतना ही नहीं कई नेताओं की भी फेसबुक आईडी हैक कर उनके जान पहचान वालों से पैसे मांगे जा रहे थे. अब एक नया मामला सामने आया है, जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी की फोटो लगाकर फर्जी फेसबुक आईडी बना ली गई है और उनके परिचितों से पैसे मांगे जा रहे हैं.
शिक्षा अधिकारी ने साइबर क्राइम में दर्ज कराई शिकायत: बिलासपुर के जिला शिक्षा अधिकारी डीके कौशिक के नाम पर ठगों ने फेसबुक पर एक फर्जी आईडी बना ली है. इसके जरिए उनके फ्रेंड को मैसेज करके ठगी करने की कोशिश की गई है. इस मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी ने पुलिस और साइबर क्राइम में लिखित शिकायत की. अपने नाम से मिलने वाले मैसेज से लोगों को अलर्ट रहने की अपील भी की है. जिला शिक्षा अधिकारी की फोटो लगाकर ठग ने जाकिर हुसैन के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाई है.
आर्मी जवान के घरेलू सामान सस्ते में बेचने का लालच दे रहे ठग: बिलासपुर जिले के जिला शिक्षा अधिकारी डीके कौशिक की पहले भी फेसबुक में फर्जी आईडी बनाई गई थी. पहले ठगों ने उनकी फोटो लगाकर किसी जाकिर हुसैन के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाई. इसकी जानकारी होने पर डीईओ ने उसे तत्काल बंद करा दिया था. इसके बाद ठगों ने फिर से उनके नाम पर आईडी बना ली है, जिसमें ठगों ने डीके कौशिक जिला शिक्षा अधिकारी का नाम लिखा है. इस फर्जी फेसबुक आईडी से उनके फ्रेंड्स को मैसेज भेजना शुरू कर दिया गया है. इसमें उनको बताया गया है कि उनके एक परिचित आर्मी का अधिकारी रिटायर हो गया है. वह अपने घर का पूरा सामान बहुत ही सस्ते दामों में बेच रहा है. इसमें फर्नीचर, एसी, टीवी, फ्रिज और कई घरेलू सामान शामिल है. इस बात की जानकारी जब डीईओ कौशिक को लगी तो वे अपने दोस्तों को इस बारे में अलर्ट करते हुए पुलिस में इसकी शिकायत की है.
कैसे दर्ज करें साइबर ठगी की शिकायत: गृह मंत्रालय ने साइबर ठगी को रोकने के लिए हेल्पलाइन नंबर 155260 जारी किया है. इस पर साइबर ठगी की शिकायत दर्ज कराई जा सकती है. ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार होने वाला कोई भी व्यक्ति इस नंबर पर काॅल करके शिकायत कर सकता है. मंत्रालय के पोर्टल https://cybercrime.gov.in/ पर जाकर भी साइबर ठगी की शिकायत दर्ज कराई जा सकती है.
साइबर ठगी में शुरू के 3 घंटे अहम: साइबर ठगी होने पर जितनी जल्दी आप शिकायत करेंगे, रिकवरी के चांस उतने ज्यादा होगे. साइबर ठगी में शुरू के 2 से तीन घंटे काफी अहम होते हैं. जैसे ही आप ऑनलाइन ठगी की शिकायत करते हैं, साइबर टीम अलर्ट हो जाती है. टीम सबसे पहले बैंक से संपर्क करती है और जिस अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हुए हैं, बैंक उसे होल्ड पर डाल देता है. इससे होता ये है कि जिसने भी धोखाधड़ी की वो आपके पैसों का ट्रांजैक्शन नही कर पाता है और पैसों की रिकवरी के चांसेस बन जाते हैं.