बिलासपुर : छत्तीसगढ़ की न्यायधानी में ठगी की वारदातें दिन ब दिन बढ़ती जा रही है.भोले भाले लोगों को ठग अपनी स्कीमों में फंसाकर उनकी गाढ़ी कमाई को लूट रहे हैं.वहीं आम आदमी भी ज्यादा पैसे कमाने की लालच में अपनी पूरी जमा पूंजी ठगों के हवाले कर देता है.ऐसा ही एक मामला तारबाहर में सामने आया.जहां पर वाटर प्लांट लगाकर करोड़पति बनने के सपने दिखाए गए.लेकिन सपने तो सपने होते हैं.जिन लोगों ने ये सपना देखा वो तो करोड़पति ना बन पाए लेकिन जिन्होंने दिखाया वो जरुर लखपति बनकर निकल लिए.
कैसे हुई ठगी की वारदात : व्यापार विहार निवासी आहाना फ्रांसिस ने तारबाहर थाने में ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जिसमें कहा गया था कि सुभाष ताती, मीना ताती और इनके साथियों ने मिलकर भाई और बहन के साथ तीन लाख की धोखाधड़ी की है.महिला के मुताबिक जो आरोपी हैं वो पति के पुराने जानने वाले हैं.इसी कारण से ठगों ने आसानी से आहाना के भाई और बहन को फंसा लिया.ठगों ने आहाना को बताया कि अल्काइन वाटर प्लांट लगाकर महज 6 महीनों में रकम दोगुनी की जा सकती है.लिहाजा आहाना ने अपने ही रिश्तेदारों की रकम ठगों को सौंप दी.लेकिन वाटर प्लांट नहीं लगा.पैसे वापस मांगने पर भी नहीं मिले.लिहाजा मामला पुलिस तक पहुंचा.
क्या है पुलिस का बयान : तारबाहर थाना प्रभारी मनोज नायक के मुताबिक ''पुलिस की जांच में पता चला कि इसी तरह से इन आरोपियों ने करीब ढ़ाई करोड़ से ज्यादा की ठगी की है. रकम और भी ज्यादा हो सकती है. फिलहाल इस केस में शिकायत के बाद आरोपियों को कोरबा के बालको से गिरफ्तार किया गया है.''
पुलिस की कार्रवाई के बाद भागने की फिराक में थे आरोपी : आपको बता दें कि सुभाष और मीना पुलिसिया कार्रवाई की भनक लगते ही कहीं और भागने की फिराक में थे.लेकिन पुलिस ने सभी लोगों को ट्रैस करके गिरफ्तार कर लिया.पुलिस ने इस मामले में शामिल अन्य लोगों की जानकारी जुटा ली है.