बिलासपुर: जिले में लगातार ठगी के मामले बढ़ रहे हैं. शहर में साइबर फ्रॉड, जमीन फ्रॉड, युवा बेरोजगारों को नौकरी का झांसा आम बात हो गई है. जिले में आए दिन कोई न कोई ठगी का शिकार हो रहा है. हाल ही में एक आरक्षक को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
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सिविल लाइन थाना प्रभारी शनिप रात्रे ने बताया कि तोरवा थाना में पदस्थ एक आरक्षक शिवशंकर कुर्रे ने अपने ही रिश्तेदार को नौकरी लगाने का झांसा दिया. आरोपी आरक्षक ने 3 लाख 60 हजार रुपये की ठगी कर ली. सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.
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आरक्षक ने 4 लाख रुपये की मांग की थी
शनिप रात्रे ने बताया कि पचपेड़ी थाना क्षेत्र के केवटांडीह टांगर निवासी जयप्रकाश बंजारे कई साल से नौकरी की तलाश कर रहा था. साल 2018 में पुलिस विभाग में आरक्षक भर्ती के लिए विज्ञापन निकला था. इसमें उसने भी आरक्षक पद के लिए आवेदन किया था. इस दौरान उसके रिश्तेदार आरक्षक शिव शंकर ने विभाग में ऊंची जान पहचान होने की बात कहकर 4 लाख रुपये की मांग की.
पुलिस ने आरोपी आरक्षक को किया गिरफ्तार
शनिप रात्रे ने बताया कि बेरोजगार युवक जयप्रकाश रुपये देने के लिए राजी हो गया. युवक ने पहले 30 हजार रुपये दिए. इसके बाद शारीरिक दक्षता की परीक्षा दी. इसके बाद आरक्षक ने उसका नाम पेपर में दिखाकर उससे 3 लाख 60 हजार ले लिए. इसी बीच सरकार ने भर्ती परीक्षा रद्द कर दी थी. परीक्षा रद्द होने पर जयप्रकाश ने आरक्षक से अपने पैसे लौटाने के लिए कहा. आरक्षक ने पैसे लौटाने से इंकार कर दिया. इसके बाद थक हारकर जयप्रकाश ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने आरोपी आरक्षक को गिरफ्तार कर लिया है.