बिलासपुर: नगरीय निकाय चुनाव संपन्न हो चुके हैं और नतीजों में कांग्रेस का पलड़ा भारी रहा. बिलासपुर में मेयर की दावेदारी को लेकर कांग्रेस में चल रही अतंरकलह साफ देखने मिल रही है. सभी पांचों दावेदार अपनी-अपनी दावेदारी को बेहतर बताने में जुटे हैं और चुनावी परिणाम के 5 दिन बाद भी शहर का मेयर कौन होगा इसका जवाब नहीं मिल पाया है.
पीसीसी प्रवक्ता अभय नारायण राय ने ETV भारत से बातचीत करते हुए कहा कि, 'आने वाले दिनों में पार्षद दल की बैठक होगी और बैठक की अनुशंसा को प्रदेश कांग्रेस कमेटी तक भेजा जाएगा. अंत में मेयर कौन बनेगा इसका निर्णय पीसीसी करेगा.'
मेयर के प्रबल दावेदार
- रामशरण यादव- कई बार पार्षद रह चुके हैं. पूर्व में मेयर के प्रत्याशी भी रह चुके हैं और सुलझे हुए संगठन के कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते हैं.
- विजय केशरवानी- पहली बार पार्षद बने हैं. संगठन में दो दशक पुराना लंबा अनुभव है और मुख्यमंत्री के करीबी माने जाते हैं.
- शेख नजीरुद्दीन- कई बार पार्षद रह चुके हैं. पार्टी में इनकी स्वच्छ छवि है और जनाधारवाले नेताओं में से एक माने जाते हैं.
- रविंद्र सिंह- कई बार पार्षद रह चुके हैं. पूर्व में निगम में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका भी निभाई है.
- विष्णु यादव- मुख्यमंत्री के नजदीकी हैं. एआईसीसी के मेंबर हैं और अनुभव के आधार पर मेयर पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं.
मेयर के नाम पर जल्द लगेगी मुहर
हालांकि 5 नामों में से जिन दो नामों को सबसे प्रमुखता से लिया जा रहा है वो हैं विजय केशरवानी और रामशरण यादव. दोनों पार्षद अनुभवी और सीएम के नजदीकी माने जा रहे हैं. पीसीसी प्रवक्ता अभय नारायण राय कहना है कि, 'हमारे पांचों दावेदार सक्षम हैं. एक अनुशासन के तहत अंत में पीसीसी मेयर के नाम पर मुहर लगाएगी जिसका निर्णय जल्द हो जाएगा.'