गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: मरवाही उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने भी प्रत्याशी का नाम घोषित कर दिया है. मरवाही के खंड चिकित्सा अधिकारी रहे डॉ. केके ध्रुव को कांग्रेस ने मरवाही उपचुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया है. डॉ. केके ध्रुव ने पहले ही अपना इस्तीफा चिकित्सा अधिकारी को भेज दिया था. जिसके बाद से ही उनके प्रत्याशी होने की बात कही जा रही थी, जिसपर सोमवार को कांग्रेस के महासचिव ने मुहर लगा दी है. डॉक्टर केके ध्रुव ने सोमवार को ही निर्वाचन कार्यालय से नामांकन फार्म भी ले लिया है.
कौन है डॉ. कृष्णकांत ध्रुव ?
डॉ. कृष्णकांत ध्रुव मरवाही विकासखंड में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर के रूप में पदस्थ थे. मूलतः डॉ. कृष्णकांत ध्रुव बलौदाबाजार जिले के नटूवा गांव के रहने वाले हैं, जिनकी प्रारंभिक शिक्षा बालको कोरबा में होने के बाद जबलपुर के मेडिकल कॉलेज से उन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की. इनके पिता स्व. देव सिंह एसईसीएल कोरबा में कर्मचारी थे. वहीं मां पीला बाई हाउस वाइफ थीं. केके ध्रुव के 3 बच्चे हैं, जिसमे मंझला बेटा मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है. छोटा बेटा बीएससी सेकंड ईयर का छात्र है, वहीं बड़ी बेटी मरवाही ब्लॉक में ही शिक्षाकर्मी हैं. डॉ. ध्रुव सन 2001 से लगातार मरवाही में ही कार्यरत थे.
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कार्यकर्ताओं में नाराजगी
इन सबके बीच मरवाही विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी की घोषणा से पहले ही सरपंच संघ ने इसका विरोध किया था. स्थानीय आदिवासियों ने बगावत के बोल शुरू कर दिए थे. इनका कहना है कि मरवाही में कांग्रेस के प्रत्याशी बनाने के लिए जिन नामों को पैनल में भेजा गया था, उन नामों के लोग अगर नहीं आते हैं तो सरपंच संघ अपना अलग प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारेगा.
सरपंच संघ का आरोप है कि पार्टी ने स्थानीय व्यक्ति की बजाय किसी बाहरी व्यक्ति को प्रत्याशी बनाने का फैसला लिया है. पेंड्रा, गौरेला, मरवाही विकासखंडों के सभी सरपंचों और आदिवासी संगठनों का कहना है कि कांग्रेस को आदिवासी नेता को टिकट देना चाहिए न कि एक नौकरी पेशा व्यक्ति को. जो बाहर से आकर यहां नौकरी कर रहा है.