गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री और मरवाही विधायक अजीत जोगी के निधन के बाद खाली हुई मरवाही विधानसभा सीट में निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. कलेक्टर ने रविवार को पत्रकारों की मीटिंग लेकर चुनाव आयोग की जारी गाइडलाइन के संबंध में विस्तार से बात की है. साथ ही चुनाव के दौरान क्या करना है और क्या नहीं करना है. इस पर विस्तार से चर्चा हुई है. मरवाही विधानसभा सीट उपचुनाव पर पूरे प्रदेश की नजरें टिकी हुई है.
पत्रकारों के कर्तव्य और कोरोना काल में सावधानियों को लेकर जारी किए गए दिशा-निर्देशों की जानकारी दी गई है. साथ ही यह भी बताया है कि राजनीतिक दलों के लिए किस तरह के दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. हालांकि भारत निर्वाचन आयोग ने अब तक चुनाव की तरीख का ऐलान नहीं किया है. बावजूद जिला प्रशासन चुनाव को लेकर अपनी पूरी तैयारी कर चुका है.
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महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण है चुनाव
मरवाही विधानसभा क्षेत्र में चुनाव महत्वपूर्ण और प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण हो जाता है क्योंकि इसकी सीमाएं पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के साथ कई जिलों से भी लगती है. जिला मुख्यालय और दो नगर पंचायत कोटा विधानसभा क्षेत्र में भी आते हैं. इन्हीं कारणों से प्रशासन चुनाव को लेकर विशेष तैयारियां कर रहा है. बता दें कि नया जिला बनने के बाद से यहां ज्यादातर कर्मचारियों की नियुक्ति भी नहीं हुई है. साथ ही जो कर्मचारी नियुक्त हैं उन्हें चुनाव का ज्यादा अनुभव भी नहीं है. जिसे लेकर जिला प्रशासन काफी सजग नजर आ रहा है. प्रशासन की ओर से कहा गया है कि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए मीडिया की भूमिका अहम है.