बिलासपुर: यूक्रेन में रुस की बमबारी लगातार जारी है. इस बीच ऑपरेशन गंगा अभियान (Operation Ganga Campaign) के तहत यूक्रेन में फंसे छात्र और छात्राओं की वतन वापसी हो रही है. यूक्रेन के इवानो में रहकर 4 साल से मेडिकल की पढ़ाई कर रहे पेण्ड्रा निवासी छात्र आश्वत कुमार का कहना है कि, रोमानिया के रास्ते ऑपरेशन गंगा के तहत वह वापस भारत आए हैं. दिल्ली से छत्तीसगढ़ में अपने गांव पहुंचे. उन्होंने वहां के हालात के बारे में बताया.
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यूक्रेन में स्थिति बेहद खराब
रूस और यूक्रेन में चल रहे युद्ध को लगभग 10 दिन से अधिक समय हो गए हैं. जिसमें यूक्रेन के सभी शहर तबाह हो गए हैं तो काफी संख्या में लोग मारे गए हैं. इस बीच भारत के विभिन्न राज्यों के रहने वाले छात्र-छात्राएं जो यूक्रेन में अलग-अलग शहरों में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे. छात्रों को केंद्र और राज्य सरकार वापस वतन ला रही है. ऐसे में छत्तीसगढ़ के पेण्ड्रा अंडी गांव का रहने वाला आश्वत भी सुरक्षित वापस वतन आया है. उसने मोदी सरकार और बघेल सरकार को धन्यवाद कहा है.
सरकार का जताया आभार
मेडिकल छात्र आश्वत की माने तो इवानो फ्रेंकिस शहर यूक्रेन की राजधानी कीव से लगभग 600 किलोमीटर दूर था. लेकिन डर का काफी माहौल था. उसके सामने ही रूस की ओर से मिसाइल गिरे थे. उसके दोस्त काफी डरे सहमे थे. छात्र ने कहा कि, उसके भारत आने का टिकट पहले ही 27 फरवरी को बन गया था. लेकिन इवानो फ्रेंकिस की हवाई पट्टी में मिसाइल दागे गए. जिसके कारण वहां पर फ्लाइट नहीं उतरने के कारण उनकी टिकट कैंसिल हो गई. जिसके बाद वह अपने दोस्तों के साथ भारतीय छात्रों के साथ इवानो फ्रेंकिस शहर से भारत का झंडा बस में लगाकर रोमानिया बॉर्डर पहुंचे. वहां से 10 किलोमीटर पैदल चलकर रोमानिया पहुंचे. उन्हें ऑपरेशन गंगा के तहत दिल्ली लाया गया.