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छत्तीसगढ़ में भयावह हो रहा है कोरोना संक्रमण, भूपेश सरकार पूरी तरह फेल: धरमलाल

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने ETV भारत से खास चर्चा में कोरोना के बढ़ते मामलों पर भूपेश सरकार को घेरा और जिम्मेदारी निर्धारित करने की भी सलाह दी है.

leader of opposition dharamlal kaushik has a special discussion with etv bharat
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने ETV भारत से की खास चर्चा
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Published : Jun 11, 2020, 4:47 PM IST

Updated : Jun 14, 2020, 2:46 PM IST

बिलासपुर: नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने ETV भारत से खास चर्चा करते हुए प्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों और तमाम अव्यवस्थाओं को लेकर राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया.

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने ETV भारत से की खास चर्चा

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक से बातचीत के अंश

सवाल: प्रदेश में कोरोना के मामले भयावह होते जा रहे हैं. विपक्ष की आगे की क्या रणनीति है ?

जवाब: कोरोना संक्रमण को रोकने में राज्य सरकार विफल हो गई है. इसमें सबसे बड़ी बात ये सामने आ रही है कि मामला सिर्फ प्रवासी मजदूरों तक सीमित नहीं है. अब पुलिस, स्वास्थ्यकर्मी, नायब तहसीलदार भी संक्रमित हो गए हैं. इसका मुख्य कारण है कि उनके पास सुरक्षा संसाधनों की कमी है. न इनके पास PPE किट है न ही पर्याप्त मास्क हैं और समय पर जांच भी नहीं हो रही है. लैब बनाने की बात तो की जा रही है लेकिन लैब बनाए नहीं जा रहे हैं. आने वाले समय में स्थिति भयावह होगी.


सवाल: प्रदेश के तमाम अस्पतालों में मरीज फुल हो गए हैं, ऐसे में निजी हॉस्पिटल की तकफ लोग रुख कर रहे हैं.

जवाब: लगभग 2000 बेड की व्यवस्था की गई थी, लेकिन संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इसके कारण बेड की संख्या कम हो रही है, सरकार को समय रहते नए अस्पताल की व्यवस्था करना जरूरी है, ताकि मरीजों का इलाज हो सके. अभी कुछ जिलों में ही कोविड-19 अस्पताल खोले गए हैं. अस्पतालों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है, लेकिन सरकार इस ओर कोई काम नहीं कर रही है.

सवाल: सरकार को क्या सलाह देना चाहेंगे ?

जवाब: मैं शुरू से कह रहा हूं कि क्वॉरेंटाइन सेंटर की स्थिति बिल्कुल ठीक नहीं है, सरपंच के भरोसे क्वॉरेंटाइन सेंटर छोड़ दिए गए हैं. क्वॉरेंटाइन सेंटर में बदहाली ह. अभी स्थिति ये है कि बाहर से आए लोग कहां जा रहे हैं, ये किसी को पता नहीं है. प्रॉपर मॉनिटरिंग की जरूरत है. आर्थिक व्यवस्थाएं बढ़ाने के साथ, लैब की व्यवस्था भी बढ़ाए जाने की जरूरत है.

सरोज पांडेय के 'कैसे चलाएंगे सरकार' वाले बयान पर सियासी घमासान

सवाल: केंद्र से कॉर्डिनेशन की कमी नजर आ रही है, राज्य सरकार का कहना है कि केंद्र से मदद नहीं मिल पा रही है.

जवाब: केंद्र सरकार ने 316 करोड़ रुपये आपदा राशि में पहले दिए. उसके बाद 100 करोड़ मुख्यमंत्री कोष में दिए, सिर्फ केंद्र के भरोसे क्यों राज्य सरकार बैठी है, क्योंकि पहले जारी की गई राशि अब तक खर्च नहीं हुई है. पहले दी हुई राशि खर्च करें, हर बात पर पीएम की ओर देखना ठीक नहीं है, राज्य की भी अपनी जिम्मेदारी है.

सवाल: बिहार की तर्ज पर प्रदेश में भी वर्चुअल रैली साकार होगी ?

जवाब: प्रदेश में भी वर्चुअल रैली होगी, सारी तैयारी हो चुकी है. 14 तारीख से जिले के कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग होगी, जो 22 तारीख तक चलेगी, उसके बाद वर्चुअल रैली होगी.

बिलासपुर: नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने ETV भारत से खास चर्चा करते हुए प्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों और तमाम अव्यवस्थाओं को लेकर राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया.

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने ETV भारत से की खास चर्चा

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक से बातचीत के अंश

सवाल: प्रदेश में कोरोना के मामले भयावह होते जा रहे हैं. विपक्ष की आगे की क्या रणनीति है ?

जवाब: कोरोना संक्रमण को रोकने में राज्य सरकार विफल हो गई है. इसमें सबसे बड़ी बात ये सामने आ रही है कि मामला सिर्फ प्रवासी मजदूरों तक सीमित नहीं है. अब पुलिस, स्वास्थ्यकर्मी, नायब तहसीलदार भी संक्रमित हो गए हैं. इसका मुख्य कारण है कि उनके पास सुरक्षा संसाधनों की कमी है. न इनके पास PPE किट है न ही पर्याप्त मास्क हैं और समय पर जांच भी नहीं हो रही है. लैब बनाने की बात तो की जा रही है लेकिन लैब बनाए नहीं जा रहे हैं. आने वाले समय में स्थिति भयावह होगी.


सवाल: प्रदेश के तमाम अस्पतालों में मरीज फुल हो गए हैं, ऐसे में निजी हॉस्पिटल की तकफ लोग रुख कर रहे हैं.

जवाब: लगभग 2000 बेड की व्यवस्था की गई थी, लेकिन संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इसके कारण बेड की संख्या कम हो रही है, सरकार को समय रहते नए अस्पताल की व्यवस्था करना जरूरी है, ताकि मरीजों का इलाज हो सके. अभी कुछ जिलों में ही कोविड-19 अस्पताल खोले गए हैं. अस्पतालों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है, लेकिन सरकार इस ओर कोई काम नहीं कर रही है.

सवाल: सरकार को क्या सलाह देना चाहेंगे ?

जवाब: मैं शुरू से कह रहा हूं कि क्वॉरेंटाइन सेंटर की स्थिति बिल्कुल ठीक नहीं है, सरपंच के भरोसे क्वॉरेंटाइन सेंटर छोड़ दिए गए हैं. क्वॉरेंटाइन सेंटर में बदहाली ह. अभी स्थिति ये है कि बाहर से आए लोग कहां जा रहे हैं, ये किसी को पता नहीं है. प्रॉपर मॉनिटरिंग की जरूरत है. आर्थिक व्यवस्थाएं बढ़ाने के साथ, लैब की व्यवस्था भी बढ़ाए जाने की जरूरत है.

सरोज पांडेय के 'कैसे चलाएंगे सरकार' वाले बयान पर सियासी घमासान

सवाल: केंद्र से कॉर्डिनेशन की कमी नजर आ रही है, राज्य सरकार का कहना है कि केंद्र से मदद नहीं मिल पा रही है.

जवाब: केंद्र सरकार ने 316 करोड़ रुपये आपदा राशि में पहले दिए. उसके बाद 100 करोड़ मुख्यमंत्री कोष में दिए, सिर्फ केंद्र के भरोसे क्यों राज्य सरकार बैठी है, क्योंकि पहले जारी की गई राशि अब तक खर्च नहीं हुई है. पहले दी हुई राशि खर्च करें, हर बात पर पीएम की ओर देखना ठीक नहीं है, राज्य की भी अपनी जिम्मेदारी है.

सवाल: बिहार की तर्ज पर प्रदेश में भी वर्चुअल रैली साकार होगी ?

जवाब: प्रदेश में भी वर्चुअल रैली होगी, सारी तैयारी हो चुकी है. 14 तारीख से जिले के कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग होगी, जो 22 तारीख तक चलेगी, उसके बाद वर्चुअल रैली होगी.

Last Updated : Jun 14, 2020, 2:46 PM IST
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