बिलासपुर: जैसे जैसे चुनाव पास आ रहे हैं छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अंदर की खामियां पार्टी के बड़े नेता उजाकर कर रहे हैं. कांग्रेस के संभागीय सम्मलेन में पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने खुले तौर पर कांग्रेस की गुटबाजी स्वीकर की. महंत ने कहा कि कांग्रेस में अभी दुराव की स्थिति है, उसे "मोहब्बत की दुकान के माध्यम से ठीक करने की जरूरत है.
बिलासपुर में बुधवार को हुए संभागस्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत भी पहुंचे थे. मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी को लेकर बड़ा बयान दिया.
अभी कुछ-कुछ अलग अलग धड़ों में बंटे कार्यकर्ता है. इसलिए सब को एक होना चाहिए. कांग्रेस में यह समझते हैं कि, यह महंत का आदमी है, ये टीएस सिंहदेव का आदमी है और वो बघेल का आदमी है. इस तरह से कांग्रेस में थोड़ा बहुत दुराव है. उसको मोहब्बत की दुकान के माध्यम से ठीक करना चाहिए. - चरणदास महंत, विधानसभा अध्यक्ष
महंत का केंद्र पर निशाना: अपनी सरकार की गुटबाजी उजाकर करने के बाद महंत ने केंद्र पर निशाना साधा. ओडिशा में हुए रेल हादसे की जांच सीबीआई से कराने की बात पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पर किसी को भरोसा नहीं है. इसलिए रेलवे अधिकारियों से जांच कराए बिना ही सीबीआई को जांच करने के लिए कह दिया गया.आने वाले समय में लोकतंत्र को बड़ा खतरा है, उसे बचाने की कोशिश करनी चाहिए.
विस्थापितों को नहीं मिला न्याय: महंत ने कहा कि कोरबा, सीपत, लारा पवार प्लांट और एसईसीएल के अंतर्गत इतने सारे लोग प्रभावित हैं, उनके व्यवस्थापन की व्यवस्था आज तक नहीं हुई है. पुराने निर्देश के अनुसार जिनका घर जिनकी जमीन जा रही है, उनको 6, 8 और 10 लाख रुपये दिए जा रहे हैं, यह 1910 से चली आ रही है. इसको बढ़ाया जाना चाहिए.
महंत ने जंगली जानवरों से मौत पर ग्रामीणों को दिया जाने वाला मुआवजा भी बढ़ाने की मांग की. उन्होंने कहा कि हाथी और जंगली जानवरों से गरीब के मरने के बाद उन्हे सिर्फ 4 लाख रुपये दिया जाता है. मुआवजा राशि बढ़ाने की जरूरत है. कोरबा की जमीन पर भाजपा शासन काल के समय 52 एमओयू रमन सिंह ने किए थे. उनमें सिर्फ 10 जगह ताप विद्युत केंद्र लगे हैं, बाकी जगह आज तक काम शुरू नहीं हुआ. जिन गरीबों, किसानों की जमीन ली गई है, उसको उसी तरीके से वापस करना चाहिए जैसे बस्तर में हुआ है.