बिलासपुर : शहर में एक शराब दुकान हटाने के लिए गांधीगिरी का सहारा लिया गया. सरकंडा थाना क्षेत्र (Sarkanda of Bilaspur) में करीब एक हफ्ते तक चले इस आंदोलन में आखिरकार जीत आंदोलनकारियों की हुई. इस आंदोलन में प्रशासन की आबकारी,एक्साइज की टीम और एसडीएम देर रात पहुंची.इस दौरान प्रशासनिक टीम ने धरने पर बैठे लोगों से बातचीत करते हुए 31 मार्च तक शराब दुकान बंद होने का आश्वासन दिया.इस दौरान टीम ने लोगों को आश्वासन दिया कि शराब भट्टी बंद करने की प्रक्रिया शुरु की जा चुकी है.Brewery removed from Sarkanda of Bilaspur
नहीं माने आंदोलनकारी : धरना स्थल पर बैठी महिलाओं ने प्रशासन की बात सुनी और कहा कि '' हमारी मांगें शराब दुकान पर ताला लगाने की है. जब तक शराब दुकान में ताला नहीं लगता. तब तक आंदोलन निरस्त नहीं होगा. आगे उन्होंने कहा कि 24 घंटे के भीतर भी शराब भट्टी बंद कराई जा सकती है. तो 31 मार्च तक क्यों रूके. टीम मनाने के बाद भी धरना करने वाले टस से मस नही हुए.
दोबारा टीम ने लोगों को समझाया : शुक्रवार को सुबह 11 बजे धरना खत्म करने दोबारा टीम पहुंची. जिसके बाद आंदोलन कर रहे लोगों को टीम ने दोबारा समझाया.इसके बाद टीम ने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे युवक को जूस पिलाकर भूख हड़ताल तुड़वाया.
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लोगों ने मनाई खुशी : शराब दुकान हटाने लगातार धरने में बैठे होने के कारण प्रदर्शनकारी युवक संजय का स्वास्थ्य बिगड़ गया था. जिसे प्रशासन ने देखते हुए मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम भी देख रेख के लिए बैठाया हुआ था. प्रशासन के द्वारा आखिरकार कर मांग मानने के बाद धरने पर बैठे सभी लोगों ने ढोल बजाकर नाचते झूमते हुए क्षेत्र में रैली निकाल कर खुशी मनाई.Bilaspur latest news