बिलासपुर: लोकसभा और राज्यसभा में हुए हंगामे का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीजेपी ने इस मामले में कांग्रेस पर हमला बोल दिया है. इस मुद्दे पर कांग्रेस की महिला सांसदों के आरोपों को बीजेपी ने खारिज किया है. प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस सांसदों द्वारा किए गए कृत्य को निंदनीय ठहराया है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इसकी जितनी भी निंदा की जाए उतनी कम है.
छत्तीसगढ़ को शांति का टापू कहा जाता है. छत्तीसगढ़ की 2 महिला सांसदों ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति के साथ नारी जाति को भी बदनाम किया है. लेकिन संसद के लिए वह एक दिन काला दिन था. इन्होंने संसद को कलंकित किया है. इस कृत्य के लिए इन्हें माफ नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि संसद देश की सबसे बड़ी पंचायत है. बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस के नेता अपनी कुर्सी बचाने में लगे हुए हैं. उन्हें प्रदेश की जनता से कोई सरोकार नहीं है.
छत्तीसगढ़ की दो महिला सांसदों के क्यों छलक पड़े आंसू ?
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं के बीच की अंतरकलह खुलकर सामने आ गई है. बृहस्पति सिंह मामले में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिस प्रकार से कांग्रेस के एक विधायक ने स्वास्थ्य मंत्री पर हत्या करने का आरोप लगाया है. इससे साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस में एक राय खत्म हो गई है.
बीजेपी ने ढाई- ढाई साल के मुख्यमंत्री मामले पर भी कांग्रेस को घेरा. प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि यहां मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के बीच में कुर्सी की लड़ाई है. पहले हम इसे सुनी सुनाई बात मानते थे लेकिन विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के बयान आने के बाद प्रदेश को पता चल गया है कि यह बात सही है.
कांग्रेस के लोग अपनी कुर्सी बचाने में उलझे हुए हैं. इन्हें ढाई करोड़ जनता की फिक्र नहीं है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि स्पीकर के बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस सिर्फ सत्ता के लिए आंतरिक तौर पर संघर्ष कर रही है.