ETV Bharat / state

Bilaspur latest news बिलासपुरियंस के सिर चढ़ा कैदियों की आस्था मुंगौड़ी केंद्र का स्वाद, अब आप भी कहेंगे जेल की मुंगौड़ी खानी पड़ेगी !

जेल का नाम सुनते हैं दिमाग में कैदी और जेलर की तस्वीर उभरती है. चारों तरफ सजायाफ्ता खूंखार आरोपी जेहन में आते हैं.लेकिन छत्तीसगढ़ के बिलासपुर केंद्रीय जेल की तस्वीर कुछ दूसरी है. यहां कैदी आत्मनिर्भर बन रहे हैं. अपने जुर्म पर कैदी पश्चाताप को कर ही रहे हैं.साथ ही साथ कुछ ऐसा काम कर रहे हैं जिसकी चर्चा पूरे जिले में है.Taste of Chhattisgarh cuisine and dish

Bilaspur latest news
कैदियों की आस्था मुंगौड़ी केंद्र का स्वाद
author img

By

Published : Feb 11, 2023, 7:47 PM IST

Updated : Feb 12, 2023, 3:35 PM IST

कैदियों की आस्था मुंगौड़ी केंद्र का स्वाद लोगों को आ रहा पसंद

बिलासपुर : कहते हैं शरीफ इंसान जेल की तरफ मुड़ कर भी नहीं देखता, फिर जेल जाने की बात तो दूर है. लेकिन बिलासपुर का सेंट्रल जेल इन दिनों लोगों के लिए किसी पिकनिक स्पॉट से कम नहीं है. यहां अक्सर लोगों की भीड़ देखने को मिल जाएगी और लोगों की भीड़ को जेल की तरफ खींचने का श्रेय जाता है आस्था मुंगौड़ी सेंटर को. इन मुंगौड़ियों को जेल के कैदी तैयार करते हैं. मुंगौड़ी का स्वाद इतना अच्छा है कि लोग स्वादिष्ट मुंगौड़ी खाने पहले से ही यहां खड़े रहते हैं. सीमित रूप में तैयार की जाने वाली मुंगौड़ी के लालच में लोग इसके बनने का इंतजार करते हैं.



कैदी तैयार करते हैं मुंगौड़ी : बिलासपुर केंद्रीय जेल में कई सालों से सजा काट रहे कैदियों में अच्छे आचरण वाले को आस्था मुंगौड़ी केंद्र में कार्य के लिए भेजा जाता है. यहां काम करने लिए कैदी खुद ही जेल के अधिकारियों को बोलकर इस काम को करने आगे बढ़ते हैं. जानकारी के अनुसार जेल के आस्था मुंगौड़ी केंद्र में अपनी सेवा देने वाले एक-दो को छोड़कर अन्य सभी कैदी हैं. वह किसी न किसी अपराध की वजह से यहां सजा काट रहे हैं, लेकिन उनके अंदर छिपे हुनर को वो सभी तक पहुंचाना चाहते थे.इसलिए कैदी यहां काम कर खुद के लिए भी कुछ पैसे भी कमा रहे हैं. अन्य कैदियों के कल्याण के लिए भी काम कर रहे हैं.

शुद्धता का रखा जाता है ख्याल : जेल के आस्था मुंगौड़ी केंद्र में कार्य कर रहे कैदी यहां मुंगौड़ी तैयार करने के लिए सुबह से ही इसकी तैयारी करते हैं. देसी तरीके से दाल को पीसकर और उसमें अलग-अलग तरह के मसाले डाले जाते हैं. फिर आवश्यक चीजें डालकर इसे ब्रांडेड कंपनी के तेल से छान कर साफ सफाई के साथ ही बनाया जाता है. यही कारण है कि आम लोग यहां मुंगौड़ी खाने आते हैं. नाश्ता की डिमांड की मांग को देखते हुए यहां अब बालूशाही, आलूबोंडा और जलेबी भी तैयार की जाने लगी है.

ये भी पढ़ें- बिलासपुर की सेंट्रल यूनिवर्सिटी बच्चों को खिला रही दस रुपए की थाली

लोगों को पसंद आता है मुंगौड़ी का स्वाद : बिलासपुर में रहने वाले महेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि '' वे अक्सर जेल की आस्था मुंगौड़ी केंद्र से मुंगौड़ी खाने आते हैं. यहां का स्वाद बिल्कुल घर के बने मुंगौड़ी जैसा होता है. इसके अलावा शुद्धता की भी बात करें तो यहां अच्छे तेल का उपयोग किया जाता है. इसके साथ ही साफ सफाई पर अधिक ध्यान दिया जाता है.''

जेल में बंद कैदियों के रिश्तेदार जब उनसे मिलने आते हैं तो वह भी यहां के मुंगौड़ी का स्वाद जरूर चखते हैं. ऐसे ही कुछ कैदियों के रिश्तेदारों ने बताया कि वे दो तीन बार जरूर आते हैं . इसके बाद मुलाकात करने के बाद मुंगौड़ी खाकर वापस जाते हैं.यहां पर मिलने वाली मुंगौड़ी दूसरी जगहों से स्वादिष्ट है. मस्तूरी के रहने वाले रामनारायण पाल ने बताया कि '' वह अपने लड़के से मिलने जेल में आए हैं .भूख लगने पर भी पहली बार यहां मुंगौड़ी का स्वाद चख रहे हैं. उन्हें यहां की मुंगौड़ी का स्वाद कुछ अलग और अच्छा लगा. इसलिए वो जब भी आएंगे तो इसका स्वाद फिर चखेंगे.''

कैदियों की आस्था मुंगौड़ी केंद्र का स्वाद लोगों को आ रहा पसंद

बिलासपुर : कहते हैं शरीफ इंसान जेल की तरफ मुड़ कर भी नहीं देखता, फिर जेल जाने की बात तो दूर है. लेकिन बिलासपुर का सेंट्रल जेल इन दिनों लोगों के लिए किसी पिकनिक स्पॉट से कम नहीं है. यहां अक्सर लोगों की भीड़ देखने को मिल जाएगी और लोगों की भीड़ को जेल की तरफ खींचने का श्रेय जाता है आस्था मुंगौड़ी सेंटर को. इन मुंगौड़ियों को जेल के कैदी तैयार करते हैं. मुंगौड़ी का स्वाद इतना अच्छा है कि लोग स्वादिष्ट मुंगौड़ी खाने पहले से ही यहां खड़े रहते हैं. सीमित रूप में तैयार की जाने वाली मुंगौड़ी के लालच में लोग इसके बनने का इंतजार करते हैं.



कैदी तैयार करते हैं मुंगौड़ी : बिलासपुर केंद्रीय जेल में कई सालों से सजा काट रहे कैदियों में अच्छे आचरण वाले को आस्था मुंगौड़ी केंद्र में कार्य के लिए भेजा जाता है. यहां काम करने लिए कैदी खुद ही जेल के अधिकारियों को बोलकर इस काम को करने आगे बढ़ते हैं. जानकारी के अनुसार जेल के आस्था मुंगौड़ी केंद्र में अपनी सेवा देने वाले एक-दो को छोड़कर अन्य सभी कैदी हैं. वह किसी न किसी अपराध की वजह से यहां सजा काट रहे हैं, लेकिन उनके अंदर छिपे हुनर को वो सभी तक पहुंचाना चाहते थे.इसलिए कैदी यहां काम कर खुद के लिए भी कुछ पैसे भी कमा रहे हैं. अन्य कैदियों के कल्याण के लिए भी काम कर रहे हैं.

शुद्धता का रखा जाता है ख्याल : जेल के आस्था मुंगौड़ी केंद्र में कार्य कर रहे कैदी यहां मुंगौड़ी तैयार करने के लिए सुबह से ही इसकी तैयारी करते हैं. देसी तरीके से दाल को पीसकर और उसमें अलग-अलग तरह के मसाले डाले जाते हैं. फिर आवश्यक चीजें डालकर इसे ब्रांडेड कंपनी के तेल से छान कर साफ सफाई के साथ ही बनाया जाता है. यही कारण है कि आम लोग यहां मुंगौड़ी खाने आते हैं. नाश्ता की डिमांड की मांग को देखते हुए यहां अब बालूशाही, आलूबोंडा और जलेबी भी तैयार की जाने लगी है.

ये भी पढ़ें- बिलासपुर की सेंट्रल यूनिवर्सिटी बच्चों को खिला रही दस रुपए की थाली

लोगों को पसंद आता है मुंगौड़ी का स्वाद : बिलासपुर में रहने वाले महेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि '' वे अक्सर जेल की आस्था मुंगौड़ी केंद्र से मुंगौड़ी खाने आते हैं. यहां का स्वाद बिल्कुल घर के बने मुंगौड़ी जैसा होता है. इसके अलावा शुद्धता की भी बात करें तो यहां अच्छे तेल का उपयोग किया जाता है. इसके साथ ही साफ सफाई पर अधिक ध्यान दिया जाता है.''

जेल में बंद कैदियों के रिश्तेदार जब उनसे मिलने आते हैं तो वह भी यहां के मुंगौड़ी का स्वाद जरूर चखते हैं. ऐसे ही कुछ कैदियों के रिश्तेदारों ने बताया कि वे दो तीन बार जरूर आते हैं . इसके बाद मुलाकात करने के बाद मुंगौड़ी खाकर वापस जाते हैं.यहां पर मिलने वाली मुंगौड़ी दूसरी जगहों से स्वादिष्ट है. मस्तूरी के रहने वाले रामनारायण पाल ने बताया कि '' वह अपने लड़के से मिलने जेल में आए हैं .भूख लगने पर भी पहली बार यहां मुंगौड़ी का स्वाद चख रहे हैं. उन्हें यहां की मुंगौड़ी का स्वाद कुछ अलग और अच्छा लगा. इसलिए वो जब भी आएंगे तो इसका स्वाद फिर चखेंगे.''

Last Updated : Feb 12, 2023, 3:35 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.