बिलासपुर: रेलवे बोर्ड ने लोकल और मेमू ट्रेनों के संचालन का अधिकार संबंधित जोन को दे दिया है. बोर्ड के इस आदेश के बाद अब साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे की बंद पड़ी ट्रेनों के फिर से पटरी पर लौटने की उम्मीद जगी है. रेलवे बोर्ड के इस फैसले के बाद बिलासपुर ज़ोन को यह अधिकार मिल गया है कि वह फिर से बंद पड़ी ट्रेनों का संचालन (Bilaspur zone got right to operate local and MEMU trains) कर सकेगा. पिछले दो वर्षों से दपुमरे (SECR) की बंद करीब 62 लोकल ट्रेनों के जल्द शुरू होने की संभावना बढ़ गई है. ऑपरेटिंग और कमर्शियल की स्वीकृति के बाद ट्रेनों को पटरियों पर दौड़ाया जा सकेगा.
बिलासपुर जोन को मिला ट्रेनों के संचालन का अधिकार: पूरे देश में ट्रेनों के संचालन और कैंसलेशन का फैसला अब तक रेलवे बोर्ड किया करता था. लेकिन अब बोर्ड अपनी जिम्मेदारी कम करते हुए लोकल और मेमू के संचालन व कैंसलेशन की पूरी जिम्मेदारी जोन को दे दी गई है. ज़ोन ट्रेनों के संचालन का फैसला अब स्वयं ही ले सकता है. बोर्ड के इस आदेश के बाद से बिलासपुर जोन (Bilaspur railway zone) से चलने वाली लेकल और मेमू ट्रेनों को अपने निर्णय से चला सकता है. जोन के इस अधिकार से नागपुर के इतवारी से लेकर पूरा छत्तीसगढ़ सहित मध्य प्रदेश के कटनी स्टेशन के बीच सफर करने वाले यात्रियो को काफी सुविधा मिलेगी. इसका सीधा फायदा उन यात्रियों को होगा, जो पिछले कई माह से बंद पड़े ट्रेनों के कारण परेशान थे.
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कोरोना की पहली लहर से बंद है कुछ ट्रेनें: कोरोना महामारी के बाद रेलवे बोर्ड ने देश के सभी यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया था. बाद में कोराेना के कम होते प्रभाव के साथ स्थिति सामान्य होने पर रेलवे बोर्ड ने एक-एक कर ट्रेनों का परिचालन फिर से शुरू किया. लेकिन इसके बाद भी कोरोना के नाम पर पिछले दो साल से बंद पड़ी सैकड़ों ट्रेनों को अब तक शुरू नहीं किया गया है. साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे से कुल 343 ट्रेनों का परिचालन होता है. जिसमें फिलहाल करीब 280 ट्रेनों का ही परिचालन हो रहा है. एसईसीआर की करीब 62 ट्रेनें अभी भी रद्द हैं, जिसमें अधिकांश मेमू, लोकल व पैसेंजर ट्रेनें हैं.
नहीं चलेगा अब बहाना: छत्तीसगढ़ में यात्रियों द्वारा लगातार बंद ट्रेनों को चलाने की मांग की जा रही थी. लेकिन रेलवे बोर्ड के अधिकार क्षेत्र का मामला बताते हुए स्थानीय जोन के रेल अधिकारी पल्ला झाड़ लेते थे. लेकिन अब स्थिति बदल गई है. रेलवे बोर्ड ने बंद की गई मेमू, लोकल ट्रेनों और पैसेंजर को चलाने का अधिकार संबंधित जोन (Operational and commercial approval of Bilaspur zone) को दे दिया है. यानी जोन तय करेंगे कि किस ट्रेन का परिचालन शुरू किया जाए औैर किसका नहीं. इस आदेश के बाद एसईसीआर की बंद 62 ट्रेनों का परिचालन जल्द शुरू होने की उम्मीद बढ़ गई है.
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जल्द शुरू हो जाएंगी लोकल और मेमू ट्रेनें: लोकल और मेमू ट्रेनों को ऑपरेटिंग और कमर्शियल विभाग की स्वीकृति मिलने के बाद इन ट्रेनों को फिर से पटरी पर दौड़ाया जा सकेगा. रेल अधिकारियों की मानें तो रेलवे बोर्ड के आदेश के बाद ट्रेनों के परिचालन को लेकर कवायद शुरू कर दी गई है. चरणबद्ध तरीके से बंद ट्रेनों को फिर से शुरू किया जा रहा है. पहले की तुलना में लगातार ट्रेनों की संख्या बढ़ रही है. गौरतलब है कि कोरोना महामारी के बाद से एसईसीआर की बंद पड़ी इन ट्रेनों में सफर करने वाले लाखों रेलयात्री पिछले दो साल से परेशान हैं. खासकर छोटे स्टेशनों से मेमू, लोकल ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों की मुश्किलें इससे सबसे ज्यादा बढ़ी हैं. बंद ट्रेनों के फिर से चलने से रेल यात्रियों को काफी राहत मिल सकती है.
"बोर्ड से मिला है पत्र, जल्द शुरू की जाएगी बंद ट्रेनें": लोकल ट्रेनों का संचालन करने के मामले में रेलवे के चीफ पीआरओ साकेत रंजन ने कहा कि "ज़ोन को बोर्ड से पत्र प्राप्त हुआ है. पत्र के अनुसार अब ज़ोन को अपनी सभी लोकल और मेमू ट्रेनों का संचालन के निर्णय का अधिकार मिला है. जल्द ही सभी ट्रेनों को शुरू किया जाएगा. इसके अलावा कई ट्रेनें हाल ही में शुरू भी गई हैं.