बिलासपुर: बिलासपुर के रतनपुर के खूटाघाट डैम पर 15 अगस्त को हजारों की तादाद में पर्यटकों की भीड़ जम गई थी.50 साल पुराने पुल पर अचानक भीड़ होने से पुल के गिरने की संभावना बढ़ गई थी. इस मामले में सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे थे. हालांकि पुलिस ने जमा भीड़ को वेस्ट वियर के पुल से खदेड़ने को हल्का बल का प्रयोग किया था. लेकिन अचानक इतनी बड़ी संख्या में भीड़ पुल पर कैसे जमा हो गई? यह सवाल उठने लगा था. जिसपर पुलिस ने अपनी सफाई में सुरक्षा के इंतजाम की बात कही है.
ये है पूरा मामला: दरअसल, बिलासपुर जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर रतनपुर के खूटाघाट डैम पर 15 अगस्त को पर्यटकों की भारी भीड़ नजर आई. भीड़ पानी को करीब से देखने और सेल्फी के लिए अचानक जमा हो गई. इससे पुल हिलने लग गया था. सैकड़ों लोगों की जान आफत में आ गई थी. हालांकि इस मामले में बड़ी घटना टल गई. वहीं, इस मामले में सवाल भी उठने लगा कि सुरक्षा के इंतजाम होने के बावजूद भी भीड़ कैसे पुल पर जमा हो गई. यदि पुल टूट जाता तो कम से कम सौ से डेढ़ सौ लोगों की जान जोखिम में पड़ सकती थी. डैम के वेस्ट वियर का बहाव इतना तेज था कि डूबने से दर्जनों मौत हो सकती थी.
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पुलिस ने दी सफाई: इस मामले में पुलिस ने अपनी सफाई दी है. एडिशनल एसपी रोहित झा ने कहा, " डैम में पुलिस बल तैनात किए गए थे. वेस्ट वियर में नहीं जाने के लिए सभी को हिदायत दिया जा रहा था. साथ ही बैरिकेट लगाए गए थे. जिन्हें तोड़ कर शरारती तत्व वेस्ट वियर में आ गए थे. भीड़ अधिक होने से वेस्ट वियर को नुकसान पहुंच सकता था. इसलिए सुरक्षात्मक दृष्टि से लगातार पुलिस सभी को वहां से हटने के लिए समझाईश दे रही थी. भिड़ ज्यादा बढ़ने लगी. यदि लोगों को वहां से खदेड़ा नहीं जाता...तो कोई अनहोनी हो सकती थी. इसलिए वेस्ट वियर की सुरक्षा और जान माल के नुकसान से बचाने के लिए भिड़ को पुलिस बल ने वहां से निकाला.