बिलासपुर: विद्या नगर डिपूपारा के रहने वाले शंकर लाल गुप्ता की गिरफ्तारी उसी की पत्नी की शिकायत पर हुई है. आरोपी शंकर लाल ने पत्नी की जानकारी के बिना ही उसके दस्तावेज से छेड़छाड़ कर उसके नाम पर लोन ले लिया था. पत्नी का आरोप है कि 2021 में शंकर लाल गुप्ता ने उसके आधार कार्ड, पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज से छेड़छाड़ कर आईसीआईसीआई बैंक में 12 लाख रुपए का लोन ले लिया. पत्नी रत्ना गुप्ता को एप्लीकेंट बना लिया. उसने दस्तावेज में फर्जीगिरी करते हुए अपने काम को अंजाम दिया. महिला ने आरोपी पति के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज कराया, जिसपर पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार किया है. bilaspur Police arrests bank fraud accused
पति पत्नी के बीच चल रहा है विवाद: दिल्ली के पटेल नगर में रहने वाली रत्ना गुप्ता की शादी विद्या नगर डिपूपारा के शंकर लाल गुप्ता से 2012 में हुई थी. शादी के बाद से शंकर और रत्ना के बीच किसी कारणों से विवाद चल रहा था. 2018 में पत्नी रत्ना गुप्ता वापस दिल्ली लौट गई और वहीं रहने लगी थी.
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खुद लोन लेने पहुंची पत्नी तब खुला मामला: पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब महिला ने दिल्ली के एक्सिस बैंक में लोन लेने के लिए आवेदन किया. बैंक ने उसका सिविल स्कोर खराब होने की जानकारी दी. कारण पूछने पर बिलासपुर व्यापार विहार के आईसीआईसीआई बैंक में 12 लाख रुपए का लोन होने की जानकारी दी गई. फिर महिला ने दिसंबर 2022 में बैंक पहुंचकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई. लेकिन बैंक ने पति के साथ आने की बात कहकर दस्तावेज उपलब्ध कराने की बात कहते हुए उसे मना कर दिया. महिला ने अपने साथ हुए फर्जीवाड़ा की शिकायत बिलासपुर के सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई. पुलिस ने मामला दर्ज करके महिला के पति शंकर लाल को गिरफ्तार किया.