बिलासपुर: बिलासपुर में इन दिनों डायरिया का प्रकोप देखने को मिल रहा है. तकरीबन ढाई सौ से अधिक लोग डायरिया की चपेट में आ चुके हैं. दो दिनों के अंदर अचानक डायरिया के केस बढ़े हैं. इस बीच दो लोगों की मौत भी डायरिया के कारण हुई है. बिलासपुर नगर निगम की लापरवाही के कारण शहर में डायरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है.
दो साल पहले हुई थी 6 की मौत: बिलासपुर के सरकंडा क्षेत्र के चांटीडीह में डायरिया की चपेट में ढाई सौ लोग आ चुके हैं. दो लोगों की मौत भी हो चुकी है. इन सबमें निगम की लापरवाही सामने आ रही है. बता दें कि दो साल पहले डायरिया से तारबहार इलाके में 6 लोगों की मौत हो गई थी. उस समय भी निगम की लापरवाही के कारण ऐसा हुआ था. इन घटनाओं से भी निगम ने सबक नहीं लिया है.
गंदे पानी का सेवन कर रहे निगमवासी: यहां डायरिया फैलने का मुख्य कारण गंदे पानी का सेवन करना है. यहां सालों से नालियों के अंदर से गुजर रही पाइप लाइन जर्जर होने के बाद सड़ रही है. इसी वजह से नाली का गंदा पानी पाइप लाइन के जरिए लोगों के घरों तक पहुंच रहा है. इसी पानी को पीकर लोग डायरिया का शिकार हो रहे हैं.
पिछले 30–40 सालों से शहर के वार्डो में पीने के पानी के लिए जो पाइप लाइन बिछाई गई है, वह नालियों के अंदर है. धीरे-धीरे सभी पाइपलाइन को नालियों से बाहर निकाला जा रहा है. अभी जिस इलाके में डायरिया फैला है. वहां की पाइप लाइन भी नालियों के अंदर थी. पाइप के सड़ने की वजह से नाली का गंदा पानी पाइप के माध्यम से घरों तक पहुंच रहा था. -रामशरण यादव, महापौर, बिलासपुर नगर निगम
मानसून नें बढ़ता है डायरिया का प्रकोप: मानसून में बारिश के पानी के साथ नाली का पानी भी मिल जाता है. ये पानी पाइप के माध्यम से लोगों के घर तक पहुंचता है. यही पानी पीने से लोग डायरिया का शिकार होते हैं. अब तक बिलासपुर नगर निगम में ढाई सौ मरीज डायरिया पाए गए हैं. दो लोगों की मौत भी हो गई है. इनमें एक मरीज में हैजा की शिकायत देखी गई है.
नगर निगम लगातार लापरवाही का काम कर रहा है. यही वजह है कि आए दिन लोगों की जान जा रही है. बेतरतीब खुदाई पाइपलाइन और मानसून में नालियों के निर्माण की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 2 साल पहले भी तारबाहर थाने में डायरिया का प्रकोप था. इसमें लोगों की जान गई थी. बावजूद इसके नगर निगम अभी भी लापरवाही बरत रही है- किशोर राय, पूर्व महापौर
निगम की ओर से लगाया जा रहा स्वास्थ्य शिविर: डायरिया के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए नगर निगम इस क्षेत्र में स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों का इलाज कर रहा है. इसके साथ ही चांटीडीह के आसपास के क्षेत्र में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के तहत मोबाइल क्लीनिक भेजा गया है. जो कि मरीजों को जरूरत की दवाइयां बांट रहा है. नगर निगम महापौर की मानें तो फिलहाल डायरिया के मरीजों का उनके घरों में ही इलाज किया जा रहा है. सभी की स्थिति सामान्य है. लगभग 17 लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है. फिलहाल सभी की स्थिति सामान्य बताई जा रही है. वहीं, विपक्ष निगम कर्मचारी पर लापरवाही का आरोप लगा रही है.