कोरिया: देशभर की 18 टीमों के खिलाड़ी महाजन स्टेडियम, चरचा कालरी में अपनी प्रतिभा का दमखम दिखाने के लिए तैयार हैं. इस अखिल भारतीय सेशन स्मृति गोल्ड कप फुटबॉल प्रतियोगिता के 49वें संस्करण को लेकर फुटबॉल प्रेमियों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में विजेता टीम को 1.50 लाख रुपये और उपविजेता को 75 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा.
खिलाड़ियों के लिए अनूठा अनुभव: बक्सर, बिहार से आए खिलाड़ी अभिषेक ने बताया कि वे पूरे देश में फुटबॉल खेलते हैं, लेकिन चरचा का अनुभव सबसे अलग और यादगार होता है. उन्होंने बताया कि यहां की व्यवस्था और दर्शकों का समर्थन उन्हें बार-बार खींच लाता है.
हमारे पास इसी तारीख में दूसरा टूर्नामेंट था, लेकिन हमने पहले से ही चरचा को प्राथमिकता दी. यहां का फुटबॉल प्रेम हमें हमेशा प्रेरित करता है.-अभिषेक, फुटबॉल खिलाड़ी, बक्सर
18 टीमों की रोमांचक भिड़ंत: जिला फुटबॉल संघ के सचिव डॉ. अशोक विराजी ने बताया कि देशभर से कई टीमों ने टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए संपर्क किया था, लेकिन सीमित समय और संसाधनों को ध्यान में रखते हुए 18 टीमों को प्रतियोगिता में शामिल किया गया है. फिलहाल मणिपुर और बस्तर की टीमें मैदान में उतर चुकी हैं, और अन्य टीमें धीरे-धीरे अपने मैच खेलेंगी.
हर दिन 15000 से 20,000 दर्शक स्टेडियम में पहुंचते हैं, जबकि फाइनल मैच के दिन दर्शकों का रिकॉर्ड टूट जाता है. फाइनल में 25 से 30 हजार लोग मैच देखने पहुंचते हैं. छत्तीसगढ़ और एमपी में इतना बड़ा टूर्नामेंट नहीं देखा. आयोजन को सफल बनाने के लिए एसईसीएल वर्कर और अधिकारी एक दिन का वेतन देकर टूर्नामेंट को समर्थन देते हैं.- अशोक विराजी, सचिव, जिला फुटबॉल संघ
श्रमिकों और अधिकारियों के सहयोग से फुटबॉल टूर्नामेंट: एसईसीएल बैकुंठपुर के महाप्रबंधक बीएन झा ने इस आयोजन को चरचा के लोगों की मेहनत, जोश और टीमवर्क का प्रतीक बताया. उन्होंने कहा कि इस टूर्नामेंट की शुरुआत के पीछे पूर्व खान प्रबंधक सेशन और महाजन साहब का बड़ा योगदान है. उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में यह सबसे बड़ा फुटबॉल ग्राउंड है, जिसे भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जा सकता है.
महाप्रबंधक ने कहा कि एसईसीएल कंपनी पिछले कुछ वर्षों से इस आयोजन में आर्थिक सहयोग कर रही है. इस बार 1.05 लाख रुपये का योगदान दिया गया है. इसके अलावा, स्थानीय लोग, पत्रकार और नगर पालिका अध्यक्ष अरुण जायसवाल भी इस टूर्नामेंट को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. महाप्रबंधक ने स्पष्ट किया कि जब तक चरचा की खदान रहेगी, तब तक यह खेल जारी रहेगा.