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Bilaspur Election News : क्या बीजेपी के लिए विधानसभा से ज्यादा लोकसभा है जरूरी ?

Bilaspur Election News छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने अपने चुनावी अभियान की शुरुआत बिलासपुर में पीएम मोदी की बड़ी रैली से की थी. पीएम मोदी ने इस दौरान केंद्र की योजनाओं को सामने रखकर छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनाने की अपील जनता से की.लेकिन इस रैली के बाद ये कयास लगने लगे कि मौजूदा विधानसभा चुनाव से ज्यादा आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व गंभीर है. ऐसे में ये लगने लगा है कि कहीं ना कहीं बीजेपी के लिए केंद्र पहले और राज्य बाद में है.Lok Sabha election are more important than assembly election

Bilaspur Election News
क्या बीजेपी के लिए विधानसभा से ज्यादा लोकसभा है जरूरी
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Oct 20, 2023, 8:24 PM IST

Updated : Oct 21, 2023, 8:47 PM IST

बीजेपी के लिए विधानसभा से ज्यादा लोकसभा है जरूरी

बिलासपुर : छत्तीसगढ़ में बीजेपी 15 साल तक सरकार में रही. 15 साल बाद कांग्रेस ने प्रचंड बहुमत की लाकर बीजेपी को सत्ता से बाहर किया.इसे संयोग ही कहेंगे कि 15 साल तक राज करने वाली बीजेपी 15 सीटों में सिमट गई. 5 साल तक विपक्ष में रहने के बाद अब बीजेपी छत्तीसगढ़ में सत्ता पाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है.लेकिन केंद्रीय नेतृत्व के सपोर्ट और एप्रोच को देखकर ये लगता है कि प्रदेश में स्थानीय मुद्दों को छोड़कर केंद्र के काम को गिनाया जा रहा है. केंद्र के बड़े नेता रैली और जनसंवाद तो कर रहे हैं.लेकिन बीजेपी के 15 साल के काम को जनता के सामने नहीं रख रहे.

राज्य की बातें कम,केंद्र की ज्यादा : पिछले 1 साल से बीजेपी केंद्रीय नेताओं के साथ मंत्रियों को लगातार छत्तीसगढ़ भेज रही है. ये नेता और मंत्री जहां आम जनता की नब्ज टटोल रहे हैं, वहीं कार्यकर्ताओं को आगामी लोक सभा चुनाव को लेकर कई टिप्स दे रहे हैं. पिछले 1 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार बार छत्तीसगढ़ आ चुके हैं.वहीं केंद्रीय मंत्री अमित शाह के साथ ही कई केंद्रीय मंत्री और केंद्रीय राज्य मंत्री भी हर महीने कहीं ना कहीं किसी न किसी कार्यक्रम में शामिल हुए हैं. ये नेता राज्य की बात कम और केंद्र की बातों का बखान ज्यादा करते हैं.जो इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि राज्य में बीजेपी सरकार की वापसी से ज्यादा केंद्र की मोदी सरकार को बरकरार रखने के लिए काम हो रहा है.


क्यों अहम है केंद्र के लिए छत्तीसगढ़ ? : छत्तीसगढ़ का निर्माण साल 2000 में हुआ था. पहला लोकसभा चुनाव 2004 में हुआ. प्रदेश में पहले चुनाव से ही अब तक सभी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ी जीत हासिल हुई है. छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में हर बार बीजेपी 8–9 लोकसभा सीट पर जीत दर्ज कर लेती है. यही कारण है कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी अपने इस जमीन को बचाए रखना चाहती है. बीजेपी के नेताओं सहित केंद्रीय मंत्रियों के दौरे ने इस बात को साबित भी किया है.

विधानसभा में ही लोकसभा की तैयारी : बीजेपी छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव पर ही लोकसभा चुनाव की तैयारी करती दिख रही है.जिसका फायदा लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेताओं को मिलेगा. ज्यादा से ज्यादा लोकसभा सीट जीतने की अपनी मुहिम को पूरा करने की कोशिश में बीजेपी एक बार फिर जुटेगी.इसलिए विधानसभा चुनाव के दौरान ही केंद्र की योजनाओं और मोदीमय माहौल बनाया जा रहा है.

क्या है राजनीति के जानकार का कहना ? : राजनीति के जानकार और वरिष्ठ पत्रकार विनोद श्रीवास्तव ने कहा कि बीजेपी के केंद्रीय नेताओं सहित पदाधिकारी और पीएम मोदी सहित उनके मंत्रिमंडल के कई मंत्री पिछले एक साल से छत्तीसगढ़ आ रहे हैं. ये लोग लगातार केंद्र में चल रही मोदी सरकार और उनके कार्यों का बखान करते हैं.

''छत्तीसगढ़ राज्य को लेकर केंद्रीय नेता रमन सरकार के कार्यों का बहुत कम ही जिक्र करते हैं. लेकिन मोदी सरकार के कामों का ढोल पीटा जाता है. जिससे अब लगने लगा है कि भाजपा राज्य के विधानसभा चुनाव के साथ ही अभी से 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही है. '' विनोद श्रीवास्तव, राजनीति के जानकार

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लोकसभा पर हो रहा ज्यादा फोकस : किसी भी राज्य में चुनाव के समय बीजेपी के दिग्गज नेता अक्सर दौरे करते हैं.जिसमें पीएम मोदी समेत कई बड़े नेताओं का जमावड़ा लगता है.छत्तीसगढ़ में भी चुनाव के दौरान ये देखा जा रहा है. केंद्रीय मंत्रियों के साथ ही सांसदों को कई मौकों पर प्रदेश में भेजा गया.साथ ही साथ सांसदों को ही कई विधानसभा क्षेत्रों से टिकट देकर चुनाव लड़वाया जा रहा है.ऐसे में ये साफ है कि कहीं ना कहीं बीजेपी विधानसभा से ज्यादा लोकसभा को लेकर तैयारी कर रही है.

बीजेपी के लिए विधानसभा से ज्यादा लोकसभा है जरूरी

बिलासपुर : छत्तीसगढ़ में बीजेपी 15 साल तक सरकार में रही. 15 साल बाद कांग्रेस ने प्रचंड बहुमत की लाकर बीजेपी को सत्ता से बाहर किया.इसे संयोग ही कहेंगे कि 15 साल तक राज करने वाली बीजेपी 15 सीटों में सिमट गई. 5 साल तक विपक्ष में रहने के बाद अब बीजेपी छत्तीसगढ़ में सत्ता पाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है.लेकिन केंद्रीय नेतृत्व के सपोर्ट और एप्रोच को देखकर ये लगता है कि प्रदेश में स्थानीय मुद्दों को छोड़कर केंद्र के काम को गिनाया जा रहा है. केंद्र के बड़े नेता रैली और जनसंवाद तो कर रहे हैं.लेकिन बीजेपी के 15 साल के काम को जनता के सामने नहीं रख रहे.

राज्य की बातें कम,केंद्र की ज्यादा : पिछले 1 साल से बीजेपी केंद्रीय नेताओं के साथ मंत्रियों को लगातार छत्तीसगढ़ भेज रही है. ये नेता और मंत्री जहां आम जनता की नब्ज टटोल रहे हैं, वहीं कार्यकर्ताओं को आगामी लोक सभा चुनाव को लेकर कई टिप्स दे रहे हैं. पिछले 1 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार बार छत्तीसगढ़ आ चुके हैं.वहीं केंद्रीय मंत्री अमित शाह के साथ ही कई केंद्रीय मंत्री और केंद्रीय राज्य मंत्री भी हर महीने कहीं ना कहीं किसी न किसी कार्यक्रम में शामिल हुए हैं. ये नेता राज्य की बात कम और केंद्र की बातों का बखान ज्यादा करते हैं.जो इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि राज्य में बीजेपी सरकार की वापसी से ज्यादा केंद्र की मोदी सरकार को बरकरार रखने के लिए काम हो रहा है.


क्यों अहम है केंद्र के लिए छत्तीसगढ़ ? : छत्तीसगढ़ का निर्माण साल 2000 में हुआ था. पहला लोकसभा चुनाव 2004 में हुआ. प्रदेश में पहले चुनाव से ही अब तक सभी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ी जीत हासिल हुई है. छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में हर बार बीजेपी 8–9 लोकसभा सीट पर जीत दर्ज कर लेती है. यही कारण है कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी अपने इस जमीन को बचाए रखना चाहती है. बीजेपी के नेताओं सहित केंद्रीय मंत्रियों के दौरे ने इस बात को साबित भी किया है.

विधानसभा में ही लोकसभा की तैयारी : बीजेपी छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव पर ही लोकसभा चुनाव की तैयारी करती दिख रही है.जिसका फायदा लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेताओं को मिलेगा. ज्यादा से ज्यादा लोकसभा सीट जीतने की अपनी मुहिम को पूरा करने की कोशिश में बीजेपी एक बार फिर जुटेगी.इसलिए विधानसभा चुनाव के दौरान ही केंद्र की योजनाओं और मोदीमय माहौल बनाया जा रहा है.

क्या है राजनीति के जानकार का कहना ? : राजनीति के जानकार और वरिष्ठ पत्रकार विनोद श्रीवास्तव ने कहा कि बीजेपी के केंद्रीय नेताओं सहित पदाधिकारी और पीएम मोदी सहित उनके मंत्रिमंडल के कई मंत्री पिछले एक साल से छत्तीसगढ़ आ रहे हैं. ये लोग लगातार केंद्र में चल रही मोदी सरकार और उनके कार्यों का बखान करते हैं.

''छत्तीसगढ़ राज्य को लेकर केंद्रीय नेता रमन सरकार के कार्यों का बहुत कम ही जिक्र करते हैं. लेकिन मोदी सरकार के कामों का ढोल पीटा जाता है. जिससे अब लगने लगा है कि भाजपा राज्य के विधानसभा चुनाव के साथ ही अभी से 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही है. '' विनोद श्रीवास्तव, राजनीति के जानकार

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Last Updated : Oct 21, 2023, 8:47 PM IST
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