बिलासपुर: मंगलवार को जिला कलेक्टर सारांश मित्तर (Saransh Mittar ) अचानक तहसील कार्यालय पहुंच गए और फाइलें खंगालने लगे. कलेक्टर ने तहसील में सालों से लंबित प्रकरणों का निपटारा ना होने और काम में लापरवाही बरतने को लेकर SDM को जमकर लताड़ भी लगाई. प्रभारी तहसीलदार राजकुमार साहू की कार्यप्रणाली संतोषजनक नहीं मिलने ने पर नाराजगी भी जाहिर की.
अचानक तहसील ऑफिस पहुंचे कलेक्टर
तहसील कार्यालय में पिछले कई सालों से कामकाज सही तरीके से नहीं चलने की जानकारी कलेक्टर को मिल रही थी. इसी का जायजा लेने डाॅ. सारांश मित्तर अचानक नेहरू चौक स्थित तहसील कार्यालय (Tehsil Office of bilaspur) पहुंच गए. कलेक्टर के तहसील पहुंचने की जानकारी होने पर SDM देवेंद्र पटेल, प्रभारी तहसीलदार राजकुमार साहू, शेषनारायण जायसवाल और प्रकृति ध्रुव वहां मौजदू रहे. निरीक्षण में पहुंचे कलेक्टर ने सबसे पहले सालों से लंबित प्रकरणों के निपटारे में देरी होने के कारणों को जानना चाहा. लेकिन SDM पटेल और प्रभारी तहसीलदार साहू संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. जिससे कलेक्टर नाराज हो गए.
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रुके हुए काम निपटाने का निर्देश
कलेक्टर ने भुइयां सॉफ्टवेयर शाखा, नाजिर शाखा, WBM शाखा, कानूनगो शाखा और उसके साथ ही तहसील रिकॉर्ड रूम का जायजा लिया. प्रभारी तहसीलदार को फटकार लगाते हुए जल्द काम में सुधार के निर्देश दिए. विशेष शिविर आयोजित कर लंबित प्रकरणों को जल्द से जल्द निपटाने का आदेश भी दिया. कलेक्टर ने SDM पटेल को तहसील में कंट्रोल नहीं रख पाने को लेकर भी नाराजगी जाहिर की. इसके साथ ही तहसील कार्यालय में साफ-सफाई और फाइलों को व्यवस्थित ढंग से रखने के लिए तहसीलदार राजकुमार साहू को निर्देश दिया. सारांश मित्तर ने तहसीलदार और नायब तहसीलदार को नियमित रूप से ऑफिस में बैठने के निर्देश भी दिए.