बिलासपुर: कुछ महीने पहले तक प्रदेश में राजधानी को छोड़कर अन्य इलाकों में कोरोना टेस्ट के लिए कई दिनों का इंतजार करना पड़ता था, क्योंकि कोरोना के लिए प्रदेश में एकमात्र राजधानी रायपुर में ही टेस्टिंग की सुविधाएं उपलब्ध थी. लेकिन इसके बाद में न्यायधानी बिलासपुर के सिम्स में पहले ट्रू-नॉट लैब में टेस्टिंग शुरू की गई थी. इसके रोजाना कुछ सैंपल्स की टेस्टिंग की जा रही थी. जिसके बाद अगस्त महीने से सिम्स में आरटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा शुरू हुई, जो कि अब तक रिकॉर्ड 30 हजार से ज्यादा कोरोना सैंपल्स की टेस्टिंग कर चुकी है. स्वास्थ्य विभाग ने इस बड़ी कामयाबी के मद्देनजर 'हम होंगे कामयाब' के तर्ज पर एक थीम सॉन्ग तैयार किया है, जिसमें स्वास्थ्य कर्मियों को मोटिवेट किया जा रहा है.
30 हजार सैंपल जांच पूरी
सिम्स हॉस्पिटल के कोरोना टेस्टिंग लैब में टेक्नीशियन और डॉक्टर्स ने 30 हजार सैंपल जांच पूरी करने के बाद खुशी मनाते हुए कोरोना से सुरक्षित रहने का संदेश दिया. सिम्स संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है और आसपास के अंचल के लोग बड़ी मात्रा में रोजाना सिम्स में अपनी जांच कराने आते हैं. सिम्स में आरटी पीसीआर लैब शुरू होने के बाद से ही राजधानी रायपुर में टेस्टिंग की तादातों की संख्या घट गई थी. जिस तरह टेक्नीशियन और डॉक्टर्स ने मिलकर बड़ी संख्या में टेस्ट किए. इस बीच कई लोगों को भी कोरोना पॉजिटिव होने का शिकार होना पड़ा था. लेकिन अपने काम की गंभीरता को समझ कर वे वापस आए और फिर जिस तरह उन्होंने अपना काम किया वह काबिले तारीफ है. फिलहाल संक्रमण के मामले में बिलासपुर को आशिंक राहत है और अब रोजाना औसतन 125 मरीज संक्रमित मिल रहे हैं.
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छत्तीसगढ़ में कोरोना केस
छत्तीसगढ़ में शनिवार को 1 हजार 964 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान की गई है. वहीं 1 हजार 749 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है. वहीं प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस से 1 लाख 87 हजार 270 लोग संक्रमित हो चुके हैं. जबकि छत्तीसगढ़ में 22 हजार 90 एक्टिव केस हैं. इसके अलावा शनिवार को कोरोना वायरस से 13 लोगों की मौत हुई है. वहीं अब तक प्रदेश में कोरोना वायरस से 2101 लोग अपनी जान गवां चुके हैं.