बिलासपुर: घटना बिलासपुर की बताई जा रहा है. two trains on same track in bilaspur जहां कोरबा बिलासपुर लोकल मंगलवार को अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही थी. bilaspur railway division इसी दौरान लाल खदान फाटक के पास अचानक एक ही ट्रैक पर लोकल और मालगाड़ी आ गई. South East Central Railway zone इस दौरान लोकल और मालगाड़ी महज कुछ ही दूरी पर थे. हलांकी मालगाड़ी ने अपनी रफ्तार को नियंत्रित कर लिया. Big train accident averted in Bilaspur जिससे बड़ी घटना टल गई. bilaspur news update इस घटना का कारण अधिकारी सिग्नल प्रॉब्लम और टेक्निकल फॉल्ट को बता रहे हैं. घटना से रेलवे के अधिकारी सक्ते में हैं.
ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम का कार्य जारी: मामले मे सीपीआरओ साकेत रंजन ने कहा की "यह ऑटोमेटीक सिगनलिंग सिस्टम है. automatic signaling system जो जयराम नगर तक हो चुका है. पूरा नागपुर डीविजन में भी हो चुका है. आगे भी काम चल रहा है. ऑटोमैटिक सिस्टम में एक सिग्नल पर एक सेक्शन में कई गाड़ी आ सकती हैं."
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बिलासपुर रेल मंडल छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा रेल मंडल : बिलासपुर रेलवे डिवीजन भारतीय रेलवे के दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले तीन रेलवे डीविजन में से एक है. bilaspur railway division यह रेलवे डीविजन 1 अप्रैल 1952 को बनाया गया था और इसका मुख्यालय भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के बिलासपुर में स्थित है. नागपुर एसईसी रेलवे डिवीजन और रायपुर रेलवे डिवीजन बिलासपुर में मुख्यालय वाले एसईसीआर जोन के तहत अन्य दो रेलवे डिवीजन हैं.लगातार जनता की मांगों को मान्यता देते हुए, बिलासपुर में अपने मुख्यालय के साथ एक नए रेलवे जोन का उदघाटन भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 20 सितंबर 1998 को किया था. 1 अप्रैल 2003 को यह राष्ट्र को समर्पित किया गया था. बिलासपुर कोरबा रेल लाइन काफी व्यस्त रेल लाइन मानी जाती है. इस रूट पर अगर इस तरह की घटना होती है तो ये रेलवे पर गंभीर सवाल खड़े करती है.