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मदिरा ने तो अच्छे-अच्छों को खराब किया है साहब, फिर सैंय्या कोतवाल ही काहे ना हो?

छत्तीसगढ़ में कुछ इस तरह आईएएस (IAS) और आईपीएस (IPS) के साथ ही राजपत्रित अधिकारियों के सफेद कालर में मदिरा ने दाग लगा दिया है कि वह चाहे मदिरा का सेवन (Drinking Alcohol) क्यों नहीं शौक के तौर पर किए हों, या फिर बिना शराब पिये बदनाम हुए हों. ऐसा ही भूगोल बार (Bhugoal bar) का ममला तूल पकड़ता जा रहा है. मामले दो अधिकारियों का तबादला कर दिया है.

bhugoal bar
भूगोल बार
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Published : Oct 6, 2021, 6:21 PM IST

Updated : Oct 6, 2021, 6:32 PM IST

बिलासपुर: कहते हैं मदिरा ने अच्छे-अच्छों को खराब किया है. जहां एक तरफ शरीर खराब होता है, वहीं, दूसरी तरफ इज्जत अलग से बदनाम होती है. इन दिनों छत्तीसगढ़ में कुछ इसी तरह आईएएस और आईपीएस (IAS and IPS) के साथ ही राजपत्रित अधिकारियों के सफेद कालर में मदिरा ने दाग लगा दिया है. फिर वह चाहे मदिरा का सेवन (Drinking Alcohol) शौक के लिए किए हों, या आदत या फिर न्योता में बिना शराब पिये बदनाम हुए हों, पिछले दिनों व्यापार विहार के मैग्नेटो मॉल (Magneto Mall) में कुछ इसी तरह की घटना ने दो अधिकारियों के सफेद कॉलर को गन्दा कर दिया है. जिसका दाग तो नहीं गया, उल्टा उनका ट्रांसफर कर दिया गया.

रविवार की रात मैग्नेटो मॉल के भूगोल बार में एक पार्टी चल रही थी. पार्टी में राजपत्रित कुछ अधिकारी पहुंचे थे. कुछ पहुंच कर बार के अंदर जाने की कोशिश में विवादों में फंस गए. रविवार को हुए भूगोल बार मे अधिकारियों के विवाद ने तूल पकड़ किया है. इस मामले में जहां आम नागरिक पुलिस के प्रति उनकी सोच को बदल दी है. पुलिस के साथ ही राज्य सरकार के इज्जत पर भी दाग लगा दी है. जानकारी लगते ही जहां मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने अधिकारियों पर जांच करवाई का निर्देश दिया था. बिलासपुर आईजी ने भी कड़ी निंदा की है. एक बार फिर पुराने के मामलों की लोगों को याद दिला दी है और लोग कहने लगे है कि आम नागरिक के लिए रात दस बजे के बाद बार और शराब दुकान बंद हो जाते है तो फिर अधिकारियों के लिए कई नहीं.

सैंय्या भए कोतवाल, तो डर काहे का

जब सैंय्या ही कोतवाल हो तो फिर कैसा डर. मॉल का भूगोल बार कई अधिकारियों की जिओग्राफी को तार-तार कर दिया है. देर रात तक खुलने वाले भूगोल बार को कैसे डर नहीं है. वैसे तो दस बजे के बाद बार और शराब दुकान नहीं खुले होते. राज्य शासन ने भी आबकारी एक्ट के तहत बार और शराब दुकान को 10 बजे तक ही खुलने का आदेश दे रखा है. इसी के तहत सभी बार और शराब दुकान बंद रहते हैं. लेकिन भूगोल बार रविवार रात क्यों खुला रहा? आखिर किसकी इजाजत से बार खुले रहे और इसके जिम्मेदार कौन है? दस बजे के बाद बार खुलवा कर पार्टी करते रहे है. ऐसे में सही ही कहा गया है कि सैंय्या भये कोतवाल तो डर काहे का.


पहले भी हुए हैं अधिकारियों की शराब पार्टी के फोटो-वीडियो वायरल

प्रदेश के ब्यूरोकेसी में शराब पार्टी आम होती जा रही है. बार सहित निजी संस्थानों में अधिकारी शराब पार्टी का आयोजन करते हैं. ऐसे में वीडियो और फोटो वायरल भी हो ही जाता है. पिछले साल भी एक फोटो वायरल हुआ था. जिसमें आईएएस और आईपीएस अधिकारी का फोटो वायरल हुआ था. जिसके बाद उन अधिकारियों की थू-थू हुई थी. इस मामले ने भी तूल पकड़ा था. फिर बाद में उन अधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिरी थी.

भूगोल बार का पूरा प्रकराण

बीते रविवार रात दो अधिकारी मैग्नेटो के भूगोल बार मे देर रात चल रही पार्टी में पहुंचे थे. जिन्हें पहले से बार में मौजूद अधिकारियों ने बुलाया था. अंदर कोटा डीएसपी रश्मीत कौर और उनके पति भी थे. अधिकारियों ने किसी को अंदर आने से बार के गार्ड को किसी को भी अंदर आने नहीं देने का आदेश दिया था. इस लिए बार के सेक्युरिटी गार्ड ने दो अधिकारियों चकरभाठा सीएसपी सृष्टि चंद्राकर और उनके पति सहायक जेल अधीक्षक सोनल डेविड को अंदर जाने नहीं दिया. जब दोनों अधिकारी पहुंचे तो अंदर जाने नहीं देने पर गार्ड और उनके बीच विवाद और बहस हो गया. यह मामला इतना बढ़ गया कि सिविल लाइन थाना तक पहुंच गया. हालांकि अधिकारियों ने रिपोर्ट दर्ज तो नहीं कराया लेकिन विवाद ने दोनों अधिकारियों की इज्जत की मटियामेट कर दी. इस विवाद की वजह से सीएसपी और बार के अंदर मौजूद दोनों राजपत्रित अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है.

बिलासपुर: कहते हैं मदिरा ने अच्छे-अच्छों को खराब किया है. जहां एक तरफ शरीर खराब होता है, वहीं, दूसरी तरफ इज्जत अलग से बदनाम होती है. इन दिनों छत्तीसगढ़ में कुछ इसी तरह आईएएस और आईपीएस (IAS and IPS) के साथ ही राजपत्रित अधिकारियों के सफेद कालर में मदिरा ने दाग लगा दिया है. फिर वह चाहे मदिरा का सेवन (Drinking Alcohol) शौक के लिए किए हों, या आदत या फिर न्योता में बिना शराब पिये बदनाम हुए हों, पिछले दिनों व्यापार विहार के मैग्नेटो मॉल (Magneto Mall) में कुछ इसी तरह की घटना ने दो अधिकारियों के सफेद कॉलर को गन्दा कर दिया है. जिसका दाग तो नहीं गया, उल्टा उनका ट्रांसफर कर दिया गया.

रविवार की रात मैग्नेटो मॉल के भूगोल बार में एक पार्टी चल रही थी. पार्टी में राजपत्रित कुछ अधिकारी पहुंचे थे. कुछ पहुंच कर बार के अंदर जाने की कोशिश में विवादों में फंस गए. रविवार को हुए भूगोल बार मे अधिकारियों के विवाद ने तूल पकड़ किया है. इस मामले में जहां आम नागरिक पुलिस के प्रति उनकी सोच को बदल दी है. पुलिस के साथ ही राज्य सरकार के इज्जत पर भी दाग लगा दी है. जानकारी लगते ही जहां मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने अधिकारियों पर जांच करवाई का निर्देश दिया था. बिलासपुर आईजी ने भी कड़ी निंदा की है. एक बार फिर पुराने के मामलों की लोगों को याद दिला दी है और लोग कहने लगे है कि आम नागरिक के लिए रात दस बजे के बाद बार और शराब दुकान बंद हो जाते है तो फिर अधिकारियों के लिए कई नहीं.

सैंय्या भए कोतवाल, तो डर काहे का

जब सैंय्या ही कोतवाल हो तो फिर कैसा डर. मॉल का भूगोल बार कई अधिकारियों की जिओग्राफी को तार-तार कर दिया है. देर रात तक खुलने वाले भूगोल बार को कैसे डर नहीं है. वैसे तो दस बजे के बाद बार और शराब दुकान नहीं खुले होते. राज्य शासन ने भी आबकारी एक्ट के तहत बार और शराब दुकान को 10 बजे तक ही खुलने का आदेश दे रखा है. इसी के तहत सभी बार और शराब दुकान बंद रहते हैं. लेकिन भूगोल बार रविवार रात क्यों खुला रहा? आखिर किसकी इजाजत से बार खुले रहे और इसके जिम्मेदार कौन है? दस बजे के बाद बार खुलवा कर पार्टी करते रहे है. ऐसे में सही ही कहा गया है कि सैंय्या भये कोतवाल तो डर काहे का.


पहले भी हुए हैं अधिकारियों की शराब पार्टी के फोटो-वीडियो वायरल

प्रदेश के ब्यूरोकेसी में शराब पार्टी आम होती जा रही है. बार सहित निजी संस्थानों में अधिकारी शराब पार्टी का आयोजन करते हैं. ऐसे में वीडियो और फोटो वायरल भी हो ही जाता है. पिछले साल भी एक फोटो वायरल हुआ था. जिसमें आईएएस और आईपीएस अधिकारी का फोटो वायरल हुआ था. जिसके बाद उन अधिकारियों की थू-थू हुई थी. इस मामले ने भी तूल पकड़ा था. फिर बाद में उन अधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिरी थी.

भूगोल बार का पूरा प्रकराण

बीते रविवार रात दो अधिकारी मैग्नेटो के भूगोल बार मे देर रात चल रही पार्टी में पहुंचे थे. जिन्हें पहले से बार में मौजूद अधिकारियों ने बुलाया था. अंदर कोटा डीएसपी रश्मीत कौर और उनके पति भी थे. अधिकारियों ने किसी को अंदर आने से बार के गार्ड को किसी को भी अंदर आने नहीं देने का आदेश दिया था. इस लिए बार के सेक्युरिटी गार्ड ने दो अधिकारियों चकरभाठा सीएसपी सृष्टि चंद्राकर और उनके पति सहायक जेल अधीक्षक सोनल डेविड को अंदर जाने नहीं दिया. जब दोनों अधिकारी पहुंचे तो अंदर जाने नहीं देने पर गार्ड और उनके बीच विवाद और बहस हो गया. यह मामला इतना बढ़ गया कि सिविल लाइन थाना तक पहुंच गया. हालांकि अधिकारियों ने रिपोर्ट दर्ज तो नहीं कराया लेकिन विवाद ने दोनों अधिकारियों की इज्जत की मटियामेट कर दी. इस विवाद की वजह से सीएसपी और बार के अंदर मौजूद दोनों राजपत्रित अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है.

Last Updated : Oct 6, 2021, 6:32 PM IST
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