गौरेला पेंड्रा मरवाही: जिले में जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पेय जल पहुंचाने की योजना में भ्रष्टाचार और अनियमितता सामने आई है. ठेकेदार अधिकरियों के साथ मिलीभगत कर केंद्र की योजना का बंटाधार कर रहे है. जिसका खामियाजा गरीब ग्रामीणों को उठाना पड़ रहा है. आदिवासी बाहुल्य इलाके में रहने वाले लोग घर में साफ पीने का पानी पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं. nal jal scheme in Gaurela Pendra Marwahi
गौरेला में नल जल योजना का बुरा हाल: जिले में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के द्वारा 450 करोड़ की लागत से हर घर नल जल योजना के अंतर्गत शुद्ध पेय जल पहुंचाने का काम चल रहा है. इसके अंतर्गत 222 गांवों के 72937 घरों में नल जल के तहत कनेक्शन देना है. लेकिन गौरेला विकासखंड के दूरस्थ आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र गांव टीडी में ये योजना साकार होती नहीं दिख रही है. यहां के लोगों को नल से पानी नहीं मिल रहा है.
गौरेला पेंड्रा मरवाही में नल जल मिशन में बंदरबाट, पीएचई विभाग बहा रहा है उल्टी गंगा
गौरेला के ग्रामीणों को नहीं मिल रहा साफ पानी: जल जीवन मिशन के तहत टीडी गांव के रहने वाले आदिवासियों के घरों में शुद्ध पानी पहुंचाने के लिए टंकी के जरिए नल कनेक्शन दिया गया. लेकिन कई महीने बीतने के बाद भी लोगों को नल से पानी नहीं मिल रहा है. गांव के लोग पहले ही की तरह कई किलोमीटर दूर से पानी लाते हैं. नल जल कनेक्शन के दौरान ठेकेदार की लापरवाही की बात भी सामने आ रही है.
अधिकारियों के दावे: पीएचई विभाग के एसडीओ एसडी पवार का कहना है कि " टीडी में कुछ ही घर ऐसे है जहां पानी नहीं पहुंच रहा है. ये घर सामान्य से ज्यादा ऊंचाई पर है. ऐसे घरों के लिए अतिरिक्त नलकूप खोद कर उसमें पावर पंप स्थापित कर पानी पहुंचाया जाएगा. ठेकेदार के द्वारा अगर लापरवाही की गई है तो उसे ठीक करवाया जाएगा. अभी काम जारी है. गड़बड़ी की जांच कर सही करवाया जाएगा. "