बिलासपुरः कांग्रेस ने शनिवार की आधी रात में बिलासपुर समेत 4 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है. बिलासपुर लोकसभा सीट से इस बार कांग्रेस ने अटल श्रीवास्तव पर मुहर लगाया है, जिससे उनके समर्थकों में खासा उत्साह है.
बिलासपुर से अटल के अलावा विजय पांडेय व अन्य का नाम भी प्रमुखता से लिया जा रहा था, लेकिन आखिरकार पार्टी ने अटल पर भरोसा जताया. बीते विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने पर अटल के खेमे ने खासी नाराजगी दिखाई थी और पार्टी में गुटबाजी का स्वरूप उभरकर सामने आया था.
ऐसा है अटल का राजनीतिक सफर
- अटल पिछले दो विधानसभा चुनाव में टिकट की मांग कर चुके हैं, लेकिन पहली बार पार्टी ने उन्हें लोकसभा के लिए टिकट देकर उन पर भरोसा जताया है.
- उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और छात्र जीवन से ही उनका रुझान कांग्रेस की तरफ था.
- अटल अपने शुरुआती दिनों में यूथ कांग्रेस से जुड़े और बिलासपुर जिला कांग्रेस कमेटी में 10 सालों तक महामंत्री भी रहे.
- अटल पिछले 3 सालों से अधिक समय से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री पद को निभा रहे हैं.
- अटल बीआर यादव और कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले अर्जुन सिंह की राजनीति से खासा प्रभावित हैं.
- अटल सीएम भूपेश बघेल के बेहद करीबी माने जाते हैं.
- अटल के पिता हॉर्टिकल्चर विभाग में एक्जीक्यूटिव इंजीनियर के पद पर बिलासपुर में सेवा दे चुके हैं.
लाठीचार्ज मामले से बटोरी सुर्खिया
अटल श्रीवास्तव बिलासपुर के लाठीचार्ज मामले से सुर्खियों में आये. पीसीसी के महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने लाठीचार्ज मामले में अपने दल का नेतृत्व किया था और बुरी तरह जख्मी हो गए थे. उन दिनों राजनीतिक पंडितों ने सहानुभूति फैक्टर के आधार पर अटल को विधानसभा में टिकट जरूर मिलने की उम्मीद जताई थी.
रह चुके हैं बैडमिंटन के राज्य स्तरीय खिलाड़ी
अटल श्रीवास्तव बैडमिंटन के राज्य स्तरीय खिलाड़ी भी रह चुके हैं. बिलासपुर में अटल को टिकट मिलने के साथ ही अब इस सीट पर त्रिकोणीय संघर्ष की तस्वीर साफ हो चुकी है. बिलासपुर में जेसीसीजे के प्रत्याशी के रूप में धरमजीत सिंह का नाम लगभग फाइनल होने के बाद पहली बार इस सीट पर त्रिकोणीय संघर्ष की उम्मीद जताई जा रही है.