बेमेतरा : जिले के ऐतिहासिक सिद्धि माता मंदिर में वर्षों से जारी बलिप्रथा में रोक लगाने बेमेतरा कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा ने सिद्धि माता मंदिर में हो रहे बलिप्रथा के संबंध में मंदिर समिति की बैठक ली. बैठक के दौरान मंदिर समिति के सदस्यों ने सर्वसम्मति से पशु बलि प्रथा पर रोक लगाने की सहमति जताई. सिद्धि माता मंदिर में भी बलि प्रथा के स्थान पर सांकेतिक बलि के रुप में नारियल चढ़ाया जाएगा.
समिति ने जताई सहमति : समिति के सदस्य दिनेश सिंह ठाकुर ने बताया कि ''समिति के सदस्य बलि प्रथा को बंद करना चाहते हैं. इसलिए मंदिर परिसर में पशुबलि देने की मन्नत मांगने से पहले समिति से सलाह लेने को कहा गया है. इस बारे में मंदिर परिसर में बैनर पोस्टर भी लगाया गया है. बलि देने वालों को पशुबलि देने की जगह ज्योति जलाने और मंदिर निर्माण के लिए दान राशि देने की सलाह दी जा रही है ताकि मंदिर का विकास हो सके.''
बलि प्रथा को रोकने प्लान बनाने के निर्देश : बैठक में कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा ने भविष्य में पशुबलि रोकने के लिए योजना बनाने के निर्देश दिए. जनजागरुकता लाने के लिए कोटवार के माध्यम से गांव में मुनादी करने के लिए कहा गया है. मंदिर में चावल, दूबी चढ़ाने की परंपरा शुरू करने कहा है. इसके साथ ही गांव के सरपंच के द्वारा मंदिर पहुंच मार्ग सड़क के किनारे वृक्षारोपण करने की बात कही गई, जिस पर कलेक्टर ने सहमति दी.
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प्रशासन करेगा बलि देने पर कार्रवाई : अपर कलेक्टर डॉ. बाजपेयी ने मंदिर समिति के सदस्यों से कहा कि ''पशुबलि नहीं देने के संबंध में गांव विकास समिति और पंचायत प्रस्ताव पारित किया जाए. प्रस्ताव पारित होने के बाद यदि कोई पशुबलि करता है तो उस पर जिला प्रशासन जुर्माना और दण्डात्मक कार्रवाई करेगी. मुनादी और पोस्टर के माध्यम से लोगों को जागरुक किया जाए ताकि पशुबलि ना हो.''