ETV Bharat / state

मरवाही का महासंग्राम: JCCJ की बैठक में चुनावी रणनीति पर मंथन

मरवाही विधानसभा उपचुनाव को लेकर प्रदेश के तीनों प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपनी ताकत झोंक दी है. इसी कड़ी में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के प्रमुख अमित जोगी तैयारियों में लगे हुए हैं. अमित जोगी ने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बैठक ली और उपचुनाव के लेकर उनसे चर्चाएं की.

marwahi by election update
अमित जोगी ने ली कार्यकर्ताओं की बैठक
author img

By

Published : Oct 4, 2020, 12:04 PM IST

Updated : Oct 4, 2020, 7:14 PM IST

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: नवंबर में होने वाले मरवाही विधानसभा उपचुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ में राजनीति तेज हो गई है. अजित जोगी का गढ़ कहे जाने वाले मरवाही विधानसभा में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के प्रदेश अध्यक्ष और अजित जोगी के बेटे अमित जोगी ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. अमित जोगी अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ लगातार बैठक लेकर रणनीति बना रहे हैं.

अमित जोगी ने ली कार्यकर्ताओं की बैठक

मरवाही विधानसभा उपचुनाव को लेकर तीनों प्रमुख राजनाीतिक दल कांग्रेस, बीजेपी और जोगी कांग्रेस ने मरवाही विधानसभा क्षेत्र के गांव-गांव में जाकर अपना प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया है. लेकिन अभी बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टी के अलाकमान ने मरवाही सीट के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. ऐसे में JCC(J) कैसे पीछे रह सकती है.

JCC(J) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बैठक ली, जिसमें उन्होंने आगामी उपचुनाव को लेकर सभी लोगों से चर्चाएं की. पार्टी के पदाधिकारियों ने भी उपचुनाव में जीत दिलाने का पूरा आश्वासन देने के साथ ही पंचायत चुनाव की तर्ज पर काम करने की बात कही.

पढ़ें- मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने की राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक, दी महत्वपूर्ण जानकारी

  • मरवाही में हुए 2013 के विधानसभा चुनाव में अमित जोगी को 82 हजार 909 वोट मिले थे, तो भाजपा को 36 हजार 659 वोट मिले थे.
  • 2018 के विधानसभा चुनाव में अजीत जोगी को 74 हजार 41 वोट मिले, तो भाजपा को 27 हजार 579 वोट से ही संतोष करना पड़ा.

पढ़ें- मरवाही उपचुनाव: अमर अग्रवाल ने जिला प्रशासन पर लगाया एकतरफा काम करने का आरोप

हालांकि इस चुनाव में प्रदेश सरकार भी मरवाही में अपना झंडा लहराना चाहती है. बीजेपी भी यहां अपना लोहा मनवाने पर जुगत लगा रही है. उपचुनाव में जीत दर्ज करने के लिए कोई भी पार्टी पीछे नहीं रहना चाहती. हालांकि 10 नवंबर को ही साफ हो पाएगा कि जनता का साथ किस पार्टी के साथ हैं.

बिलासपुर से अलग होकर गौरेला-पेंड्रा-मरवाही बना था जिला

मातृत्व जिला बिलासपुर से अलग होकर 10 फरवरी 2020 को अलग जिला बने गौरेला-पेंड्रा-मरवाही की मरवाही विधानसभा सीट राजनीतिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है. साथ ही ये सीट बेहद दिलचस्प सीट मानी जाती है. छत्तीसगढ़ की मरवाही विधानसभा सीट से 2013 में वर्तमान विधायक अमित जोगी, कांग्रेस की ओर से विधानसभा पहुंचे थे. लेकिन 2018 में उन्होंने ये सीट अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत होगी के लिए छोड़ दी थी. पिछले 20 सालों से ये सीट जोगी परिवार की परंपरागत सीट मानी जाती थी. अजीत जोगी ने 2003 में उप चुनाव यहीं से जीतकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बनने का गौरव हासिल किया था.

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: नवंबर में होने वाले मरवाही विधानसभा उपचुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ में राजनीति तेज हो गई है. अजित जोगी का गढ़ कहे जाने वाले मरवाही विधानसभा में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के प्रदेश अध्यक्ष और अजित जोगी के बेटे अमित जोगी ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. अमित जोगी अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ लगातार बैठक लेकर रणनीति बना रहे हैं.

अमित जोगी ने ली कार्यकर्ताओं की बैठक

मरवाही विधानसभा उपचुनाव को लेकर तीनों प्रमुख राजनाीतिक दल कांग्रेस, बीजेपी और जोगी कांग्रेस ने मरवाही विधानसभा क्षेत्र के गांव-गांव में जाकर अपना प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया है. लेकिन अभी बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टी के अलाकमान ने मरवाही सीट के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. ऐसे में JCC(J) कैसे पीछे रह सकती है.

JCC(J) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बैठक ली, जिसमें उन्होंने आगामी उपचुनाव को लेकर सभी लोगों से चर्चाएं की. पार्टी के पदाधिकारियों ने भी उपचुनाव में जीत दिलाने का पूरा आश्वासन देने के साथ ही पंचायत चुनाव की तर्ज पर काम करने की बात कही.

पढ़ें- मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने की राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक, दी महत्वपूर्ण जानकारी

  • मरवाही में हुए 2013 के विधानसभा चुनाव में अमित जोगी को 82 हजार 909 वोट मिले थे, तो भाजपा को 36 हजार 659 वोट मिले थे.
  • 2018 के विधानसभा चुनाव में अजीत जोगी को 74 हजार 41 वोट मिले, तो भाजपा को 27 हजार 579 वोट से ही संतोष करना पड़ा.

पढ़ें- मरवाही उपचुनाव: अमर अग्रवाल ने जिला प्रशासन पर लगाया एकतरफा काम करने का आरोप

हालांकि इस चुनाव में प्रदेश सरकार भी मरवाही में अपना झंडा लहराना चाहती है. बीजेपी भी यहां अपना लोहा मनवाने पर जुगत लगा रही है. उपचुनाव में जीत दर्ज करने के लिए कोई भी पार्टी पीछे नहीं रहना चाहती. हालांकि 10 नवंबर को ही साफ हो पाएगा कि जनता का साथ किस पार्टी के साथ हैं.

बिलासपुर से अलग होकर गौरेला-पेंड्रा-मरवाही बना था जिला

मातृत्व जिला बिलासपुर से अलग होकर 10 फरवरी 2020 को अलग जिला बने गौरेला-पेंड्रा-मरवाही की मरवाही विधानसभा सीट राजनीतिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है. साथ ही ये सीट बेहद दिलचस्प सीट मानी जाती है. छत्तीसगढ़ की मरवाही विधानसभा सीट से 2013 में वर्तमान विधायक अमित जोगी, कांग्रेस की ओर से विधानसभा पहुंचे थे. लेकिन 2018 में उन्होंने ये सीट अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत होगी के लिए छोड़ दी थी. पिछले 20 सालों से ये सीट जोगी परिवार की परंपरागत सीट मानी जाती थी. अजीत जोगी ने 2003 में उप चुनाव यहीं से जीतकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बनने का गौरव हासिल किया था.

Last Updated : Oct 4, 2020, 7:14 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.